Move to Jagran APP

बरहरवा के अवैध ईट भट्ठों पर बुलडोजर

जिला टास्क फोर्स टीम ने शुक्रवार को बरहरवा थाना क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित तीन ईंट भट्ठों को ध्वस्त कर दिया। राजमहल एसडीओ रौशन कुमार के नेतृत्व में टीम सुबह में यहां पहुंची। इसके बाद कार्रवाई शुरू हुई। बरहरवा-फरक्का एनएच 80 किनारे स्थित मोगलपाड़ा गांव के निकट अवैध रूप से संचालित राज ब्रिक्स नजहर एवं डायमंड नामक ईंट भट्ठा को ध्वस्त कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 09:20 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 09:20 PM (IST)
बरहरवा के अवैध ईट भट्ठों पर बुलडोजर
बरहरवा के अवैध ईट भट्ठों पर बुलडोजर

संवाद सहयोगी, बरहरवा (साहिबगंज) : जिला टास्क फोर्स टीम ने शुक्रवार को बरहरवा थाना क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित तीन ईंट भट्ठों को ध्वस्त कर दिया। राजमहल एसडीओ रौशन कुमार के नेतृत्व में टीम सुबह में यहां पहुंची। इसके बाद कार्रवाई शुरू हुई। बरहरवा-फरक्का एनएच 80 किनारे स्थित मोगलपाड़ा गांव के निकट अवैध रूप से संचालित राज ब्रिक्स, नजहर एवं डायमंड नामक ईंट भट्ठा को ध्वस्त कर दिया। एसडीओ रौशन कुमार ने कहा कि बरहरवा थाना क्षेत्र में संचालित राज ब्रिक्स, नजहर एवं डायमंड ईंट भट्ठा की जांच की गई। इस दौरान ईंट भट्ठा मालिकों से आवश्यक कागजात की मांग की गई। मालिक ने कोई कागजात नहीं दिखाया। ईंट पकाने के लिए लाए गए कोयला का कागजात भी नहीं था। ईंट भट्ठा के साथ साथ कोयला भी अवैध पाया गया। एसडीओ ने कहा कि बरहरवा थाना क्षेत्र में और 15 ईंट-भट्ठा को चिह्नित किया गया है। उनको बंद करने के लिए नोटिस भेजा जाएगा। इसके बाद भी ईंट भट्ठा चलाता है, तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। टीम में जिला खनन पदाधिकारी विभूति कुमार, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय पदाधिकारी केके पाठक, सीओ बरहरवा देवराज गुप्ता व एसडीपीओ बरहरवा प्रदीप उरांव शामिल थे।

loksabha election banner

उधर, साहिबगंज व बरहरवा के ईंट भट्ठों के खिलाफ कार्रवाई होने के बाद अब राजमहल व उधवा में अवैध रूप से चल रहे ईंट भट्ठों के खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी चल रही है।

14 ईंट भट्ठों को खनन विभाग ने किया था चिह्नित : दैनिक जागरण में इस संबंध में कई बार खबर प्रकाशित हुई थी। इसके बाद उपायुक्त रामनिवास यादव ने मामले की जांच-पड़ताल का निर्देश दिया था। इसके बाद खनन विभाग ने जिले में अवैध रूप से चल रहे 14 ईंट भट्ठों को चिह्नित किया था। इन ईंट भट्ठों ने न तो खनन विभाग से संचालन की अनुमति ली है और न ही प्रदूषण नियंत्रण पर्षद से। जे किसान ब्रिक्स मिर्जापुर, हिदुस्तान इंडस्ट्रीज नारायणपुर, राहुल ब्रिक्स इंडस्ट्रीज सिरासीन, सहारा ब्रिक्स कमलपुर, स्टील ब्रिक्स सीताचौकी, साथी ब्रिक्स इंटरप्राइजेज प्यारपुर, ताज इंटरप्राइजेज दाहुटोला, अजंता ब्रिक्स फिल्ड सिरासीन, किसन ब्रिक्स इंडस्ट्रीज गोपालचौकी, साहिबगंज इंडस्ट्रीज गोपालचौकी, राजमहल ब्रिक्स इंडस्ट्रीज सीताचौकी, पांगड़ो एवं वुहा, वीरेंद्र ब्रिक्स इंडस्ट्रीज सीताचौकी खुटहरी, रघुवर मिश्रा व रमेश ब्रिक्स को चिह्नित किया था। इनमें से रमेश ब्रिक्स, स्टील ब्रिक्स, साहिबगंज इंडस्ट्रीज व वीरेंद्र ब्रिक्स को प्रशासन ने गुरुवार को क्षतिग्रस्त कर दिया था। चिह्नित 14 ईंट भट्ठों में से अब तक कुल सात को ही क्षतिग्रस्त किया गया है। सात अब भी चल रहे हैं।

बड़ी-बड़ी चिमनियां बन गई और प्रशासन को भनक तक नहीं : अकेले बरहरवा में एक दर्जन से अधिक अवैध ईंट भट्ठे चल रहे हैं। सभी की चिमनी 70-80 फीट ऊंची है। इनका निर्माण एक दिन में नहीं हुआ है। खुलेआम यह चल रहे हैं। अगर अंचल प्रशासन ने निर्माण के समय ही रोक दिया होता तो जिला प्रशासन को उसे ध्वस्त करने के लिए मशक्कत नहीं करनी होती। बताया जाता है कि खनन टास्क फोर्स की टीम जब कार्रवाई के लिए बरहरवा पहुंची तो जेसीबी के इंतजाम में ही कई घंटे बीत गए। अधिकारी जेसीबी के इंतजार में रुके रहे। वैसे जिन ईंट भट्ठों को क्षतिग्रस्त किया गया वहां से अधिकारियों के जाने के कुछ देर बाद ही ईंट बिक्री पुन: शुरू कर दी गई। यहां भी चुनिदा ईंट भट्ठों के खिलाफ कार्रवाई से लोगों में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि कार्रवाई समान रूप से होनी चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.