मनरेगा में 50 फीसद महिलाओं की होगी भागीदारी
साहिबगंज साहिबगंज जिले में आने वाले साल में मनरेगा में महिला श्रमिकों की भागीदारी बढ़ाकर
साहिबगंज: साहिबगंज जिले में आने वाले साल में मनरेगा में महिला श्रमिकों की भागीदारी बढ़ाकर 50 फीसद की जाएगी। इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को मेट के कार्य के लिए दायित्व सौंपा जाएगा। प्रधानमंत्री आवास को भी महिलाओं के नाम पर स्वीकृत कराने की योजना है। जिले में जो भी अंबेडकर आवास दिया जा रहा है वह विधवा महिलाओं के नाम पर स्वीकृत हो रहा है। इसकी संख्या बढ़ाई जाएगी। जेएसएलपीएस की ओर से जिले में अबतक बने 8855 सखी मंडल के अलावा सभी बचे हुए गांव में जहां सखी मंडल का गठन नहीं हुआ है। इस साल किया जाएगा। जिले के कुल आबादी के 60 फीसद परिवार की महिलाओं को जोड़ने का कार्य इस साल पूरा होगा। जिले में जेएसएलपीएस की ओर से इस साल 15 हजार दीदी बाड़ी का सर्वे कर सूची मनरेगा को दी गई है। नये साल में 5 हजार दीदीबाड़ी की सूची दी जाएगी। जिससे महिलाएं स्वावलंबी व खुशहाल बन सकें।
30-30 महिला समूहों को प्रशिक्षण दे रहा केविके
साहिबगंज जिले में केविके की ओर से 30-30 महिलाओं के समूह को मुर्गीपालन और मधुमक्खी पालन से जोड़ा गया है। बरहड़वा प्रखंड के मयूरकोला पंचायत के ढ़ाटापाड़ा, पतना प्रखंड के मोदीकोला पंचायत के तालझारी, बरहेट प्रखंड के खैरवा पंचायत के डूमरिया और बोरियो प्रखंड के अप्रोल पंचायत के महिसोल गांव की महिलाएं मुर्गीपालन कर प्रति माह 15 हजार रुपये की आमदनी कर रही हैं।
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जेएसएलपीएस से 838 सखी मंडल को मिली राशि
साहिबगंज जिले में झारखंड स्टेट लाइवलीहूड प्रमोशन सोसाइटी भी महिलाओं को सशक्त बनाने का प्रयास कर रहा है। जिले के कुल 838 सखी मंडल को सीआईएफ की राशि 57 लाख, चक्रिय निधि की राशि 9 लाख और कैश क्रेडिट लिकेज की 189 लाख की राशि का वितरण किया गया है। जिले में 20 हजार दीदी बाड़ी भी बनाने का प्रयास चल रहा है।
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साहिबगंज जिले में महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास चल रहा है। अब महिलाएं भी पतियों के साथ मिलकर घर की जिम्मेदारी बांट रही हैं। जिससे खुशहाली आ रही है। आनेवाले साल में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उनकी आमदनी बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
मंजू रानी स्वांसी, निदेशक डीआरडीए, साहिबगंज