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साहिबगंज के 1016 गांव होंगे कालाजार मुक्त

साहिबगंज : जिले के 1016 गांवों की पहचान कर कालाजार उन्मूलन अभियान के तहत कालाजार मुक्त ि

By JagranEdited By: Published: Mon, 07 May 2018 04:38 PM (IST)Updated: Mon, 07 May 2018 04:38 PM (IST)
साहिबगंज के 1016 गांव होंगे कालाजार मुक्त
साहिबगंज के 1016 गांव होंगे कालाजार मुक्त

साहिबगंज : जिले के 1016 गांवों की पहचान कर कालाजार उन्मूलन अभियान के तहत कालाजार मुक्त किया जाएगा। 131 स्वास्थ केंद्र के अधीन आनेवाले गांवों में राज्य सरकार की ओर से गठित टीम की देखरेख में अभियान को सफल बनाया जाएगा। जिले में 6 जून तक कालाजार प्रभावित क्षेत्रों में कालाजार का मच्छर मारने वाली दवा का छिड़काव किया जाएगा। स्कूलों एवं स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से लोगों को कालाजार से बचने के लिए प्रचार प्रसार किया जा रहा है। 1016 गांवों में सौ फीसद दवा छिड़काव का लक्ष्य स्वास्थ्य विभाग हासिल करेगा।

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योजना के लिए ग्रामीणों को किया जा रहा जागरूक

मंडरो प्रखंड सभागार में 3 अप्रैल को कालाजार उन्मूलन योजना को लेकर बीडीओ हरिवंश पंडित ने बैठक की। जिसमें सभी पंचायत के मुखिया, पंचायत स्वयंसेवक व जन प्रतिनिधि को कालाजार से रोकथाम, कालाजार रोगियों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि व गांवों में शत-प्रतिशत कीटनाशक दवा के छिड़काव कराने को लेकर जागरूक किया गया। विश्व स्वास्थ्य दिवस पर 7 अप्रैल को उधवा प्रखंड के प्लस टू उच्च विद्यालय उधवा के छात्र-छात्राओं ने स्वास्थ्य से संबंधित जागरूकता रैली निकाली।

सूबे के कालाजार के प्रकोप से प्रभावित चार जिलों में साहिबगंज शामिल

झारखंड के कालाजार के प्रकोप से प्रभावित चार जिलों में साहिबगंज भी शामिल है। इस रोग का मुख्य वाहक बालू मक्खी है। इस रोग का लक्षण मूलत: तीन से छह माह में प्रकट होते है परंतु कभी-कभी दो से तीन सप्ताह में ही लक्षण प्रकट हो जाते है। यदि किसी व्यक्ति को लंबे समय तक रूकरूक कर बुखार आता है तो उसे अविलंब रक्त जांच करवाना चाहिए। इससे बचने के लिए साफ सफाई के साथ-साथ नमी और अंधेरे क्षेत्र में अधिक समय बिताने से परहेज करना चाहिए।

कोट

ग्रामीणों को कालाजार की जानकारी देने के लिए 6 अप्रैल को संयुक्त स्वास्थ्य भवन परिसर से कालाजार रथ रवाना किया गया है। यह रथ छिड़काव कार्य के दौरान कालाजार प्रभावित गांवों में घूमकर लोगों को जागरूक करने का कार्य करेगा। आदिवासी बहुल इलाके के साथ आदिम जनजाति बहुल क्षेत्रों में कालाजार मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद कालाजार से बचाव के लिए दवा का छिड़काव किया जा रहा है। सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को इसके लिए मॉनीट¨रग का जिम्मा सिविल सर्जन की ओर से सौंपा गया है।

संदीप ¨सह

उपायुक्त, साहिबगंज


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