बोले युवा- सरकार का फैसला सही, पढ़ाई से लेकर नौकरी को लेकर हमें ही निकलना पड़ता है बाहर
लंबे इंतजार के बाद अब युवाओं को भी कोरोना की वैक्सीन मिल जाएगी।
जागरण संवाददाता, रांची : लंबे इंतजार के बाद अब युवाओं को भी कोरोना की वैक्सीन मिल जाएगी। एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के युवा भी वैक्सीन लगवा सकेंगे। इस खबर से युवाओं के चेहरे खिल गए। सभी ने सरकार के इस कदम भरपूर सराहना की। युवाओं का कहना है कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में हमलोग भी आ रहे हैं। ऐसे में टीका युवाओं के लिए भी जरूरी हो गया था। क्या कहते हैं युवा - टीका लगवाने के लिए एक मई को जरूर जाऊंगा। यह हमारे सुरक्षा के लिए जरूरी है। सरकार का फैसला बिल्कुल सही है। जीवन जीने का अधिकार सभी को है तो हम टीका से वंचित क्यूं रहें।
- मनोज कुमार
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युवाओं की इम्यूनिटी अच्छी होती है, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर किसी को नहीं छोड़ रही है। ऐसे में युवाओं को भी टीका लगना जरूरी हो गया था। इसके बाद बच्चों पर फोकस होना चाहिए। क्योंकि उनकी पढ़ाई बंद है।
- अविनाश कुमार, शिक्षक
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- मैं शिक्षक हूं। हर दिन स्कूल जाता हूं। कई लोगों से मिलता-जुलता हूं। टीका लग जाने से स्वयं के साथ हमसे दूसरे लोग भी सुरक्षित रहेंगे। उम्र की बाध्यता के कारण टीका नहीं लग पाया था। सरकार ने उम्र सीमा घटा दी है। यह सुन कर काफी खुश हूं।
- महेंद्र प्रसाद, शिक्षक
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= सरकार का फैसला सराहनीय है। कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार से लगता है कि अब सभी को टीका लगना ही चाहिए। मैं घर में ही रहती हूं। लेकिन घर के अन्य सदस्य तो बाहर से आते हैं तो मुझे भी खतरा है।
- संगीता पाठक, गृहिणी
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- देश में युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। कोरोना के नए स्ट्रेन से सबसे ज्यादा युवा ही प्रभावित हो रहे हैं। उम्र सीमा घटने से काफी खुश हूं कि अब मुझे भी टीका लगेगा। यह सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी था।
- राज, छात्र
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-युवा सबसे ज्यादा अपने शरीर को लेकर लापरवाह होता है। उसे लगता है कि वायरस कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा। यहीं कारण है नया स्ट्रेन सबसे ज्यादा शिकार युवाओं को बना रहा है। इसलिए टीका लगना बहुत जरूरी है।
- जीशान, छात्र
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- यह तो बहुत खुशी की बात है कि हम युवाओं को भी 1 मई से टीका लगेगा। लंबे समय से इसकी प्रतीक्षा थी कि आखिर हमारी बारी कब आएगी। कभी- कभी तो ऐसा लगता था कि हमारे साथ अन्याय हो रहा है।
- सुनिधि, छात्रा
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पढ़ाई-लिखाई से लेकर नौकरी व व्यवसाय को लेकर सबसे अधिक युवाओं को ही इधर-उधर जाना-आना पड़ता है। इसलिए यह फैसला पहले ही हो जाना चाहिए। सरकार चाहेगी तो वैक्सीन की दिक्कत नहीं होगी।
-शुभम कुमार
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जिदगी तो सभी को प्यारी है। बुजूर्गों को टीका लगने से एतराज नहीं है, लेकिन युवाओं को भी तो लगना चाहिए था। सरकार ने अच्छा फैसला लिया। सरकार को हम युवाओं की भी चिता है।
- दिव्यांजलि, छात्रा
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-युवाओं को कोरोना का टीका लगने से वे सुरक्षित होंगे। टीकाकरण को लेकर हम काफी उत्साहित हैं। वैक्सीन लगने से आत्मबल बढ़ेगा। खुद को लेकर थोड़ी जो चिता रहती है वह खत्म हो जाएगी।
- प्रीति कुमारी, छात्रा।