लॉकडाउन में चौपारण के युवाओं ने पेश की मिसाल, 66 दिनों में 50 हजार से अधिक लोगों तक पहुंचाया भोजन
Jharkhand. गरीबों के प्रति भोजन पहुंचाने के आह्वान के साथ आरंभ हुए इस अभियान की शुरुआत कुछ उत्साही युवाओं ने की थी जो बाद में भूख के खिलाफ आंदोलन सरीखा हो गया।
हजारीबाग, जासं। राष्ट्रीय राजमार्ग दो जीटी रोड के किनारे स्थित चौपारण के कुछ युवाओं की टोली मानवता की मिसाल पेश कर रहे हैं। कोविड 19 के लिए जारी लॉकडाउन आरंभ होने के तीसरे दिन से ही लगातार इनकी सेवा जारी है। युवाओं के सहयोग, समर्पण का यह दौर इस कदर प्रभावी साबित हो रहा है कि क्षेत्र के जीटी रोड के राहगीर से लेकर गरीब टोले के लोगों के चेहरे पर खुशी है। हजारीबाग जिले के सबसे बड़े प्रखंड चौपारण में भूखों तक भोजन पहुंचाने का दौर बदस्तूर 66 दिनों से जारी है। युवाओं के सामुदायिक किचन से 50 हजार से अधिक लोगों तक यह सेवा पहुंची है।
कोविड 19 के खिलाफ संघर्ष के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गरीबों के प्रति भोजन पहुंचाने के आह्वान के साथ आरंभ हुए इस अभियान की शुरुआत कुछ उत्साही युवाओं ने की थी जो बाद में भूख के खिलाफ आंदोलन सरीखा हो गया। आरंभ से ही इनके दायरे का विस्तार होता चला गया। हर दिन लजीज व्यंजन जैसे बिरयानी, लिट्टी चोखा, खीर-पूडी, बुंदिया-मिठाई के साथ बच्चों के लिए बिस्कुट, चिप्स आदि के फूड पैकेटस बनाकर हर राहगीर, हर कोरोना योद्धा मसलन सभी स्वास्थ्यकर्मी, प्रखंड व अंचलकर्मी, अंतर राज्यीय सीमा पर स्थित चोरदाहा चेकपोस्ट की झारखंड पुलिस चौकी, बिहार पुलिस चौकी, प्रखंड के कई क्वारंटीन सेंटर के साथ हर दिन बिरहोर व अति गरीब टोले की पूरी आबादी को भोजन कराया जा रहा है।
प्रशासन ने भी युवाओं के सार्थक प्रयास के कारण सभी को आपदा मित्र के रूप में चिन्हित किया है। भोजन की पूर्ण व्यवस्था स्थानीय सहयोग से संचालित हो रही है। कई लोग सामने आकर पूरे एक दिन का खर्च वहन कर रहे हैं। यही नहीं आपदा मित्र भी अनूठी प्रस्तुति देते हुए सदस्यों के जीवन की यादगार तिथियों मसलन जन्मदिन, शादी की सालगिरह अथवा किसी प्रियजन के स्मृति शेष के लिए एक दिन का खर्च वहन करते हैं।
चौपारण से बाहर प्रदेश में निवास करने वाले युवा भी आर्थिक सहयोग कर रहे हैं। खाने के साथ पानी की बोतल, मेडिकल किट, आर्थिक सहयोग पहुंचाने का दौर आरंभ हो जाता है। वर्तमान में प्रतिदिन सात से आठ सौ लोगों को स्वच्छ व स्वादिष्ट भोजन दिया जा रहा है। वहीं लॉकडाउन आरंभ होने के दिनों में यह दायरा दो हजार से अधिक लोगों तक था। आपदा मित्र टीम चौपारण के बैनर तले शारीरिक दूरी के अनुपालन के साथ ग्लब्स, फेस मास्क का बखूबी इस्तेमाल करते हैं।