बैंकों की गलती के कारण इस महीने आपका EMI हो सकता है फेल, ग्राहकों को देने पड़ सकते हैं ज्यादा चार्ज
राजधानी सहित पूरे राज्य में बड़ी संख्या में मध्यवर्गीय परिवार है जो अपनी जरूरत का ज्यादातर सामान ईएमआइ पर लेते हैं। महीने की शुरूआत में सैलरी आने पर इएमआई अपने आप तय तारीख को कट जाता है। मगर अप्रैल के महीने में आपका ईएमआइ आटो डेबिट फेल हो सकता है।
रांची, जासं । राजधानी रांची सहित पूरे राज्य में बड़ी संख्या में मध्यवर्गीय परिवार है जो अपनी जरूरत का ज्यादातर सामान ईएमआइ पर लेते हैं। महीने की शुरूआत में सैलरी आने पर इएमआई अपने आप तय तारीख को कट जाता है। मगर अप्रैल के महीने में आपका ईएमआइ आटो डेबिट फेल हो सकता है। इससे आपको बाद में इएमआई के साथ इएमआई फेल का भी चार्ज देना पड़ सकता है।
दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक ने डेबिट और क्रेडिट कार्ड के माध्यम से रेकरिंग पेमेंट्स के लिए एडिशनल फैक्टर ऑथेंटिकेशन को लागू करने के लिए नए नियमों की समय सीमा 31 मार्च तय की है। अधिकांश प्रमुख बैंकों ने रजिस्ट्रेशन, ट्रैकिंग, मोडीफिकेशन और ई-मैनडेट्स के विड्रॉल के लिए आरबीआई के नियमों का पालन करने के लिए अपेक्षित कदम नहीं उठाए हैं।
दो सौ करोड़ का पेयमेंट हो सकता है प्रभावित
इससे राज्य के लाखों बैंक ग्राहक जिन्होंने मोबाइल और यूटिलिटी बिल, ओटीटी (ओवर-द-टॉप) प्लेटफार्म और डिजिटल न्यूज सब्सक्रिप्शन जैसी सर्विसेज के लिए रेकरिंग आटो-डेबिट पेमेंट्स को सेट-अप किया है, वे 1 अप्रैल से दिक्कतों का सामना कर सकते हैं क्योंकि पेमेंट्स फेल हो सकते हैं। इससे राज्य में लगभग दो सौ करोड़ रूपए का पेयमेंट प्रभावित हो सकता है।
बैंक उठा रहे हैं ये कदम
एचडीएफसी बैंक, आइसीआइसीआइ और भारतीय स्टेट बैंक जैसे बड़े बैंकों ने अपने नेटवर्क पार्टनर्स को रेकरिंग पेमेंट पर निर्देशों को लागू करने में असमर्थता बता दी है। इसके साथ ही वेंडर्स ने अपने ग्राहकों को सूचित करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही ग्राहकों को वैकल्पिक सुझाव भी दिए जा रहे हैं।