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Yoga Day: ऑक्सीजन के लिए प्रकृति की गोद में चेचाई, यहां हर दिन युवा से लेकर बुजुर्ग तक करते हैं योग

Yoga Day Jharkhand Koderma News चेचाई में प्रतिदिन 100 के लगभग महिला-पुरुष योग करते हैं। ये स्वच्छता के साथ जल संचयन के लिए भी कार्य कर रहे हैं। यहां 21 जून को आयोजित होने वाले योग कार्यक्रम के लिए तैयारी चल रही है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sun, 20 Jun 2021 03:11 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jun 2021 03:18 PM (IST)
Yoga Day: ऑक्सीजन के लिए प्रकृति की गोद में चेचाई, यहां हर दिन युवा से लेकर बुजुर्ग तक करते हैं योग
Yoga Day, Jharkhand Koderma News चेचाई में प्रतिदिन 100 के लगभग महिला-पुरुष योग करते हैं।

झुमरी तिलैया (कोडरमा) जासं। बदलती जीवन शैली में पेड़-पौधे ही लोगों के स्वस्थ्य रहने में सहायक साबित हो रहे हैं। जिस पेड़-पौधे को धड़ल्ले से काटा जा रहा था, आज संकट की घड़ी में अब लोग उसी पेड़-पौधे की शरण में जा रहे हैं। कोरोना महामारी में स्वस्थ जीवन के लिए सुबह शाम लोग प्रकृति की गोद में पहुंच कर प्राकृतिक ऑक्सीजन ग्रहण कर रहे हैं। गांव के लोग हर दिन प्रकृति की शरण में जा रहे हैं।

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यहां मिलने वाली स्वच्छ हवा से मन-मिजाज को नई संजीवनी मिल रही है। जेजे काॅलेज के आसपास चेचाई के युवा से लेकर बुजुर्ग तक हर दिन योगा कर रहे हैं। डंगरा पहाड़ी के पास स्वच्छ वातावरण में योग साधना करने वालों की संख्या दिनोंदिन बढ़ रही है। यहां 21 जून को आयोजित होने वाले योग कार्यक्रम के लिए तैयारी चल रही है। अलग-अलग ग्रुपों में लोग यहां पहुंचते हैं और विभिन्न आसन योग कर रहे हैं।

प्रकृति का स्वच्छ ऑक्सीजन सेहत के लिए जरूरी

कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन लेवल गिरने के ज्यादातर मामले सामने आए हैं। इस वजह से ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ी है। कई की जान भी ऑक्सीजन की कमी के कारण चली गई। ऐसे में लोग प्राकृतिक ऑक्सीजन की शरण में आ गए। ऐतिहासिक झरनाकुंड पहाड़ी एवं पहाड़ी स्थलों पर अचानक शहरवासियों एवं ग्रामीणों की भीड़ सुबह शाम दिख रही है। चेचाई के लोगों ने कहा कि आजाद योग टीम के द्वारा ध्वजाधारी धाम, चंचला धाम, झरनाकुंड आदि इलाको में समय-समय पर स्वच्छता अभियान भी चलाते हैं और जलसंचयन के क्षेत्र में भी कार्य कर रहे हैं।

शरीर को मिल रही नई ऊर्जा

कोरोना महामारी का रूप धारण कर चुकी है, जो मानसिक तनाव भी दे रही है। ऐसे में मानसिक मजबूती और स्वस्थ जीवन के लिए लोग योग का सहारा ले रहे हैं। वहीं, प्रकृति के गोद में योग करना काफी फायदेमंद माना जाता है। शहर के युवा से बुजुर्ग तक झरनाकुंड पहाड़ी के पास स्वच्छ वातावरण में योग साधना में जुटे हैं। युवाओं का मानना है कि योग क्रियाएं करने से मन मजबूत होता है। सकारात्मक उर्जा प्राप्त मिलती है।

अजीत कुमार आजाद, सुजीत नायक, मुकेश शाह, अरुण पासवान, आजाद शर्मा, रविन्द्र पासवान, महावीर पासवान, सोनू कुमार, सिद्धार्थ लाला, संजय साव, अनिल कुमार, संजय कुमार, पूर्व मुखिया मंजू देवी, बसंती देवी, पूजा कुमारी, संजना कुमारी, खुशबू कुमारी आदि ने बताया कि कोराना काल में प्रकृति की गोद में लोग पहुंच रहे हैं। कोरोना संकट के समय स्वच्छ हवा लेना जरूरी है। अगर लोग प्रकृति की शरण में योग के लिए जा रहे हैं, तो यह अच्छी बात है।


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