क्या ऐसे पूरा होगा पीएम के डिजिटल भारत का लक्ष्य, चट्टानों की तलहटी में ई-पॉश मशीन का होता है संचालन
Lohardagga News पलमी गांव के राशन दुकानदार नेटवर्क की तलाश में गांव के चट्टान पर झोपड़ी नुमा कुंबा बनाकर कार्डधारियों का नाम ई-पॉश मशीन से इंट्री करते है। पलमी के नौर पुप महिला समूह जन वितरण प्रणाली के दुकानदार बुलू उरांव कहती हैं कि घर में
लोहरदगा, जागरण संवाददाता। देश डिजिटल इंडिया की ओर अग्रसर है। इसके लिए बाकायदा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली जुलाई 2015 को डिजिटल इंडिया मिशन की शुरूआत की थी। इस कार्यक्रम के तहत देश के सभी गांवों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी व ई-गवर्नेंस को अग्रसर का लक्ष्य रखा गया था, परंतु लोहरदगा जिले के भंडरा प्रखंड अंतर्गत पलमी गांव अब भी डिजिटल के दौर से काफी पीछे चल रहा है। इससे पलमी के राशन दुकानदारों को ई-पॉश मशीन संचालन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
पलमी गांव के राशन दुकानदार नेटवर्क की तलाश में गांव के चट्टान पर झोपड़ी नुमा कुंबा बनाकर कार्डधारियों का नाम ई-पॉश मशीन से इंट्री करते है। पलमी के नौर पुप महिला समूह जन वितरण प्रणाली के दुकानदार बुलू उरांव कहती हैं कि घर में एयरटेल का नेटवर्क नहीं पकड़ता। इससे घर में इंट्री कर कार्डधारियों को राशन देना संभव नहीं होता। इसके लिए घर से दूर चट्टान में एक जगह को चिन्हित किया गया है। जहां नेटवर्क रहता है, उसी स्थान पर झोपड़ी नुमा कुटिया बनाकर ई-पॉश मशीन में कार्डधारियों के नाम को इंट्री किया जाता है।
हालांकि नेटवर्क नहीं रहने से कार्डधारियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मामले में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी भीम उरांव का कहना है कि भंडरा प्रखंड के गडरप्पो पंचायत में नेटवर्क की समस्या पुरानी है। इससे राशन दुकानदारों के समक्ष काफी परेशानी है। नेटवर्क नहीं रहने से ई-पॉश मशीन का संचालन करना मुश्किल हो जाता है। इस समस्या के कारण जिला स्तर पर वरीय अधिकारियों से बात किया जाता है, फिर कार्डधारियों को राशन मुहैया कराई जाती है।