Jharkhand School Reopening Date: स्कूल आने वाले बच्चों को सैनिटाइजर-मास्क मुफ्त, यहां देखें गाइडलाइन
Jharkhand School Reopening News स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने सोमवार से कक्षा दस एवं बारहवीं के लिए स्कूलों को खोलने का आदेश शनिवार को जारी कर दिया। इसमें कहा गया है कि अभिभावकों की सहमति से ही बच्चे बोर्ड परीक्षाओं में मार्गदर्शन के लिए स्कूल बुलाए जा सकते हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand School Reopening News स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने सोमवार से कक्षा दस एवं बारहवीं के लिए स्कूलों को खोलने का आदेश शनिवार को जारी कर दिया। इसमें कहा गया है कि अभिभावकों की सहमति से ही बच्चे बोर्ड परीक्षाओं में मार्गदर्शन के लिए स्कूल बुलाए जा सकते हैं। अभिभावकों को यह स्वीकृति सह घोषणा पत्र देना होगा कि व या उनके बच्चे पिछले तीन सप्ताह से न तो कोराना संक्रमित हुए हैं और न ही उनमें इसका कोई लक्षण है।
घोषणा पत्र में यह भी लिखना होगा कि उनके बच्चे स्कूल में सभी सुरक्षात्मक उपायों का पालन करेंगे तथा बच्चे में कोरोना के लक्षण पाए जाने पर इसकी जानकारी अनिवार्य रूप से स्कूल को देंगे। साथ ही घर या आसपास के कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया जाता है तो इसकी भी सूचना स्कूल को देंगे। बकायदा इसका एक फारमेट भी जारी किया गया है। हालांकि घोषणापत्र संबंधित प्रावधान सरकारी, सहायता प्राप्त (अल्पसंख्यक सहित) तथा झारखंड एकेडिमक काउंसिल मान्यता प्राप्त सभी माध्यमिक स्कूलों को लेकर जारी दिशा-निर्देश में शामिल हैं। निजी स्कूल केंद्र द्वारा तय फारमेट व निर्देशों का अनुपालन करेंगे।
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव राहुल शर्मा ने शनिवार को स्कूलों को खोलने को लेकर सरकारी व गैर निजी स्कूलों के लिए अलग-अलग आदेश सभी उपायुक्तों तथा जिला शिक्षा पदाधिकारियों को भेज दिया। इसमें कहा गया है कि कंटेनमेंट जोन के बाहर स्थित सभी सरकारी, गैर सरकारी सहायता प्राप्त (अल्पसंख्यक सहित) तथा झारखंड एकेडमिक काउंसिल से मान्यता तथा सीबीएसई व आइसीएसई से संबद्ध वैसे स्कूलों जहां कक्षा दसवीं एवं बारहवीं की पढ़ाई होती है के छात्रों को अभिभावकों की सहमति से स्कूल बुलाने की अनुमति दी जाती है।
इसके साथ ही सभी स्कूल ऑनलाइन माध्यम से अन्य सभी कक्षाओं का संचालन पूर्व की तरह करते रहेंगे। विभिन्न बोर्ड परीक्षाओं के पंजीयन तथा फार्म भरने हेतु भी विद्यार्थियों को आवश्यकतानुसार बुलाया जा सकेगा। इस दौरान शारीरिक दूरी तथा संक्रमण से बचाव को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देशाों का सख्ती से अनुपालन किया जाएगा। स्कूल खोलने से पहले पूरी तरह सैनिटाइज भी किए जाएंगे।
स्कूलों में ये व्यवस्थाएं होंगी लागू
- स्कूल संचालन हेतु बच्चों की संख्या को देखते हुए आवश्यकतानुसार रोटेशन के हत अलग-अलग पाली के अनुसार समय सारणी का निर्धारण किया जाएगा ताकि शारीरिक दूरी के नियमों का अनुपालन हो सके।
- नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से समन्वय स्थापित करते हुए बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच की जाएगी तथा आपात स्थिति से निपटने के लिए विद्यालय के प्रमुख स्थान पर स्वास्थ्य केंद्र का नंबर आवश्यक रूप से अंकित किया जाएगा।
- बायोमिट्रिक उपस्थिति के स्थान पर संपर्क रहित उपस्थिति हेतु वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी।
- शिक्षक और छात्र-छात्रा छह फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखेंगे। इसी आधार पर कक्षाओं में बैठने की व्यवस्था की जाएगी। अन्य जगहों पर भी ऐसी ही व्यवस्था होगी।
- मौसम को ध्यान में रखते हुए आवश्यकतानुसार बाहरी स्थान का उपयोग किया जा सकेगा।
- सभा, खेल एवं अन्य गतिविधियां नहीं होंगी।
- आपात स्थिति में संपर्क करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के नाम व मोबाइल नंबर स्कूलों में प्रदर्शित किए जाएंगे।- स्कूल के प्रवेश द्वार से वर्ग कक्ष तक 6 फीट की दूरी पर गोल घेरे अथवा चिह्न अंकित किए जाएंगे।
- बच्चों के गेट पर ही थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी तथा उनके हाथ धुलाए जाएंगे व सैनिटाइज किए जाएंगे।
ये स्कूल अभी नहीं खुलेंगे
- नेतरहाट आवासीय विद्यालय
- इंदिरा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय
- कस्तूरबा विद्यालय एवं अन्य आवासीय विद्यालय।
स्कूलों को सैनिटाइज करने व अन्य कार्यों के लिए मिले 12 करोड़
सोमवार से खुलनेवाले 2,337 सरकारी स्कूलों को सैनिटाइज करने तथा विद्यार्थियों को कोरोना से बचाव को लेकर आवश्यक इंतजाम के लिए 12 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। इसके लिए विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर राशि विद्यालय प्रबंधन समिति (एसएमसी) के खाते में भेजी गई है। यह राशि तीन माह के लिए है। एसएमसी के खाते में पहले से उपलब्ध राशि भी जरूरत पडऩे पर इसके लिए खर्च की जा सकती है। इसके साथ ही स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने स्कूलों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) भी जारी कर दी है। इसमें विद्यार्थियों, शिक्षकों, विद्यालय प्रबंधन समिति के लिए अलग-अलग दिशा-निर्देश तय किए गए हैं।
बच्चों को मिलेंगे दो-दो मास्क, विद्यार्थियों के लिए मिलेंगे मॉडल प्रश्न पत्र
समिति का यह दायित्व होगा कि विद्यालय में बच्चों, शिक्षकों एवं कर्मियों के अलावा बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश नहीं होगा। स्कूल आनेवाले सभी बच्चों को सैनिटाइजर और मास्क मुफ्त दिए जाएंगे। बच्चों को इस अवधि में दो-दो मास्क मिलेंगे जो धोने योग्य होंगे। सैनिटाइजर स्प्रे मशीन पंचायत या नगर निकायों के सहयोग से खरीदने को कहा जा रहा है।
सरकारी स्कूलों में बच्चों को झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार तैयार मॉडल प्रश्न पत्र भी उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके लिए सभी स्कूलों में दो-दो बॉक्स रखने के निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक सप्ताह विद्यार्थी द्वारा हल किए गए मॉडल प्रश्न पत्र पहले बॉक्स में रखे जाएंगे, जबकि शिक्षक उसकी जांच कर दूसरे बॉक्स में रखेंगे। विद्यार्थी अगले सप्ताह या पहले भी उसे निकालकर देख सकेंगे। इसमें विद्यार्थियों के प्रदर्शन के आधार पर उन्हें जरूरत के अनुसार परामर्श के लिए स्कूल बुलाया जाएगा।