ROBOT बनाने वाले CCL इंजीनियर की संदिग्ध हालत में मौत, बाथरूम में तार में लिपटी मिली लाश
पश्चिम बंगाल के नॉर्थ चौबीस परगना जिले के दुर्गानगर निवासी रतुल की पत्नी डेढ़ वर्ष का बच्चा व माता-पिता दुर्गानगर में रहते हैं। गुरुवार को पत्नी ने रतुल को कई बार फोन किया था।
रांची, जेएनएन। सीसीएल की पिपरवार परियोजना के इलेक्ट्रिकल इंजीनियर 35 वर्षीय रतुल विश्वास की गुरुवार को संदिग्ध हालात में मौत हो गई। गुरुवार दोपहर पिपरवार के बसंत विहार स्थित उनके सीसीएल आवास सीबी टू के बाथरूम से संदिग्ध हालत में उनका शव बरामद किया गया। रतुल विश्वास के पैर की अंगुली में बिजली का तार लपेटा हुआ था। शव की अकडऩ को देखते हुए 24 घंटे पूर्व मौत होने का अनुमान लगाया जा रहा है। पिपरवार पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बंगाल के नॉर्थ चौबीस परगना जिले के दुर्गानगर निवासी रतुल की पत्नी, डेढ़ वर्ष का बच्चा व माता-पिता दुर्गानगर में रहते हैं। गुरुवार को पत्नी ने रतुल को कई बार फोन किया था। फोन रिसीव नहीं होने पर पत्नी ने ही पड़ोसियों को इसकी जानकारी दी। घर का दरवाजा खुलवाने में विफल रहने पर पड़ोसियों ने अनिष्ट की आशंका को देखते हुए आवास के पीछे का दरवाजा तोड़ दिया। अंदर घुसने पर रतुल की लाश मिली।
सूचना मिलने के बाद पिपरवार पुलिस घटनास्थल पहुंची और बिजली के तार को शव से अलग किया गया। सीसीएल के प्रभारी जीएम पीएन यादव सहित कई अधिकारी भी वहां पहुंचे। शुक्रवार सुबह शव को पोस्टमार्टम के लिए चतरा भेजा जाएगा। इस संबंध में थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला खुदकशी का प्रतीत होता है। परिवार के सदस्यों के पिपरवार पहुंचने के बाद मामला दर्ज कर आगे का अनुसंधान किया जाएगा।
कई मशीन व उपकरणों का किया था निर्माण
रतुल को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के संबंध में महारत हासिल थी। उन्होंने वर्ष 2008 में सीसीएल च्वाइन किया था। इस दौरान उन्होंने पिपरवार परियोजना खदान में लगे मोबाइल इनपिट क्रशर मशीन व बेल्ट वैगन सिस्टन का चलंत इलेक्ट्रॉनिक मॉडल बनाया था। यह मॉडल सीसीएल हेडक्वार्टर में आज भी रखा हुआ है। उनके सहकर्मी बताते हैं कि वे खोजी स्वभाव के थे। उनके निधन से अधिकारी वर्ग में शोक की लहर है।