Weather Update: झारखंड में आज तेज हवाएं- झमाझम बारिश, जानिए अपने इलाके का हाल...
Jharkhand Weather Update रांची में शनिवार को दिन की शुरुआत बारिश के साथ हुई। कई इलाकों में 30 से 40 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि राज्य के कई हिस्सों में वर्षा हो सकती है।
रांची, जासं। Jharkhand Weather Update राजधानी रांची में शनिवार को दिन की शुरुआत बारिश के साथ हुई। आसमान में बादल छाए हुए हैं। कई इलाकों में 30 से 40 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग की ओर से कहा गया है कि राज्य के कई हिस्सों में बरसात हो सकती है। पिछले 24 घंटे में शहर का अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री सेल्सियस रहा। न्यूनतम तापमान 17.7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
इससे पहले शहर का न्यूनमत तापमान 19.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। न्यूनतम तापमान में 1.7 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। न्यूनतम तापमान गिरने से उमस कमी हुई है। मौसम सुहाना हो गया है। मौसम विभाग की माने तो 14 से 18 मार्च तक मौसम साफ रहेगा। 17 मार्च से अधिकतम तापमान में आंशिक वृद्धि का अनुमान है।
रांची में शुक्रवार की दोपहर बाद से मौसम में तेजी से बदलाव शुरू हुआ। दोपहर बाद कहीं तेज, कहीं हल्की बारिश हुई। कुछ इलाकों में बूंदाबांदी रही। कचहरी चौक, फिरायालाल, मोरहाबादी में करीब आधे घंटे तक जोरदार बारिश हुई। कांटाटोली इलाके में करीब दस मिनट बरसात हुई। आईटीआई चौक, धुर्वा के इलाके में हल्की बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग ने इसे बूंदाबांदी बताया। हालांकि कुछ जगहों पर सड़कों पर पानी जमा हो गया था। रिम्स के गेट के पास जलजमाव दिखा। शनिवार को शहर के सभी इलाकों में बारिश हो रही है। लोग अपने-अपने घरों में हैं। जरूरी काम के बगैर बाहर नहीं निकल रहे।
ओलावृष्टि ने मचाई तबाही, सैकड़ों एकड़ फसलें हुई नष्ट
बेमौसम बरसात ने चतरा में खूब तबाही मचाई है। शुक्रवार की रात तेज हवा के साथ हुई ओलावृष्टि में सैकड़ों एकड़ में लगी फसल नष्ट हो गई। वहीं दर्जनों मिट्टी के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इस प्राकृतिक आपदा से किसानों की कमर टूट गई है। किसानों के फसलें करीब-करीब तैयार थीं। उसे काटना था। लेकिन इसी बीच ओलावृष्टि ने तबाही मचा कर रख दी। रबी फसल चना, गेहूं, अरहर एवं गर्मा फसल पूरी तरह से इसके जद में आ गई है। दूसरी अन्य फसलों को काफी नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा तबाही सदर प्रखंड के सिकीद पंचायत में हुई है। अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि पंचायत के कई गांवों में शनिवार की सुबह तक ओले की परतें जमी हुई थी।
दो दर्जन मिट्टी के घर क्षतिग्रस्त, ईट व्यवसायियों को हुआ व्यापक नुकसान
सिकीद गांव निवासी महादेव यादव, अर्जुन यादव, नरेश यादव, केसर यादव, यदुनंदन यादव एवं शंभू यादव ने बताया कि शुक्रवार की रात करीब 7:00 बजे अचानक तेज हवा चलने लगी। कुछ देर के बाद ओलावृष्टि का क्रम शुरू हुआ और तकरीबन दस मिनट तक तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई है। जिससे रबी फसलों के साथ-साथ आम और महुआ का भी व्यापक नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। ग्रामीणों ने बताया चना, अरहर, गेहूं, सरसों आदि फसलें पूरी तरह से तैयार थी।
किसान उसे काटने की तैयारी कर रहे थे। इसी क्रम में ओलावृष्टि और बारिश ने कहर बरपा दिया। बारिश का क्रम शनिवार को भी जारी है। शुक्रवार की पूरी रात यहां बारिश हुई है। मौसम के जानकारों का कहना है कि रविवार तक स्थिति ऐसे ही रह सकती है। इधर दूसरी ओर ओलावृष्टि से हुई तबाही पर जिला परिषद की सदस्य सह भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष निशा कुमारी ने जिला प्रशासन से किसानों को क्षतिपूर्ति का मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने उपायुक्त से आग्रह किया है कि ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आकलन के लिए टीम गठित कर जांच कराएं। वहीं जिला आपदा प्रबंधन समिति के सचिव सह अपर समाहर्ता संतोष कुमार सिन्हा ने कहा है कि ओलावृष्टि से तबाही की खबर मिली है। उपायुक्त के निर्देश पर जल्द ही इस दिशा में सार्थक कदम उठाया जाएगा।