Weather Update: सुबह से जोरदार बारिश, ओला गिरने की संभावना; जानें अपने शहर का हाल
Weather Update गुरुवार को रांची समेत पलामू गोड्डा रामगढ़ हजारीबाग कोडरमा जमशेदपुर खूंटी सिमडेगा और धनबाद समेत कई इलाकों में जमकर बारिश हुई।
रांची, जासं। Jharkhand Weather Forecast झारखंड में एक बार फिर मौसम ने अपना मिजाज बदल लिया है। तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश से ठंड लौटती हुई प्रतीत हो रही है। शुक्रवार को दोपहर बाद रांची में हल्की बारिश हुई। इससे पूर्व गुरुवार को भोर से ही कई इलाकों में भारी बारिश हुई। वर्षा के कारण कनकनी भी बढ़ी है। राजधानी रांची समेत पलामू, गोड्डा, रामगढ़, हजारीबाग, कोडरमा, जमशेदपुर, खूंटी, सिमडेगा और धनबाद समेत कई इलाकों में जमकर बारिश हो रही है। मौसम विभाग, रांची के पूर्वानुमान का भरोसा करें तो वर्षा के साथ ही ओले गिरने की चेतावनी दी गई है। इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चलेंगी।
पलामू में बारिश से जनजीवन प्रभावित, फसल को पहुंचा नुकसान
पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर समेत विभिन्न प्रखंडों में शुक्रवार की सुबह अचानक छाये बादल व बारिश हो से जनजीवन प्रभावित हो गया है। शहर की सड़कें कीचल में तब्दील हो गई। फसलों को नुकासन पहुंचा है। बारिश से दलहन, तिलहन फसलों के साथ-साथ रबी फसलों व सब्जियों क्षति पहुंची है। आम में लगे मंजर भी झड़ गए हैं। शहर के कई भागों में बिजली गुल है। आसमान में छाये काले बादलों से दिन में भी शाम जैसा नजर आ रहा है। पलामू के चैनपुर, विश्रामुपर,उंटारी रोड,पाटन,पांकी,लेस्लीगंज प्रखंड में बारिश हो रही है। अरहर, चना, मसूर, सरसों, तीसी, टमाटर, लहसुन, प्याज के साथ-साथ गेहूं व जौ की फसल को नुकसान हुआ है। इधर 25 फरवरी को हुई जबर्दस्त ओलावृष्टि व बारिश ने पहले ही किसानों की कमर तोड़ दी थी। कई बचे हुए प्रखंड की फसल भी शुक्रवार समेत पिछलों दिनों हुई बारिश से बर्बाद हो गई ।
तेज हवा के साथ हो रही बारिश, रात से है बिजली गुल
गढ़वा में गुरुवार की देर रात से जिला मुख्यालय समेत विभिन्न प्रखंडों में हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है। वहीं तेज हवा के कारण रात से ही बिजली गुल है। बेमौसम बरसात होने से फसलों को भारी नुकसान पुहंचा है। इसे लेकर किसानों की परेशानी बढ़ गई है। रमना प्रखंड में ओलावृष्टि होने की सूचना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक रामगढ़, लातेहार, गुमला, सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम तथा खूंटी जिले के कुछेक इलाकों में मेघ गर्जन के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। इन जगहों पर वज्रपात और ओलावृष्टि के अनुमान के साथ ही तीस से चालीस किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। सिमडेगा के दैनिक जागरण के संवाददाता वाचस्पति ने बताया कि गरज के साथ भारी बारिश हो रही है। यहां तेज हवाएं लोगों को कनकनी का अहसास करा रही हैं।
इससे पहले मंगलवार को राज्य में शुरू हुई बूंदा-बांदी ने बुधवार को तेजी पकड़ी। कई जिलों में हल्की तो कुछ जिलों में जोरदार बारिश हुई। बुधवार को रांची में 10.2 मिमी बारिश हुई। जमशेदपुर और पलामू में भी अच्छी बारिश हुई। गुरुवार को भी ऐसा ही मौसम बना रहेगा। एक दो जगह बारिश के साथ ओलावृष्टि की भी संभावना व्यक्त की गई है। मौसम विभाग के निदेशक डॉ एसडी कोटाल ने कहा है कि 16 से मौसम पूरी तरह साफ हो जाएगा।
आज व कल होगी बारिश, 16 से मौसम रहेगा साफ
मंगलवार शाम से ही राज्य के कई हिस्सों में बूंदा-बांदी जारी है। बुधवार को भी राज्य में मौसम की यही स्थिति बनी रही। लगभग सभी जिलों में कहीं हल्के दर्जे की तो कहीं बूंदा-बांदी हुई। वहीं, मौसम विभाग के मुताबिक अगले पांच दिन यानी पंद्रह मार्च तक यही हाल रहेगा। आसमान में बादल छाए रहेंगे। हालांकि मौसम विभाग के निदेशक डॉ एसडी कोटाल ने कहा है कि 15 मार्च की शाम से ही बादल छंटने शुरू हो जाएंगे और 16 से मौसम पूरी तरह साफ हो जाएगा।
शुक्रवार को सभी जिलों में मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना
बुधवार को रांची समेत राज्य के अन्य कई हिस्सों में सुबह से ही दिनभर रूक-रूक कर बूंदा-बांदी होती रही। इसके अलावा मौसम विभाग के द्वारा 12 व 13 मार्च को बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना भी जताई जा रही है। निदेशक के अनुसार 13 को वे ऑफ बंगाल में बने पश्चिमी विक्षोभ और नॉर्थ ईस्ट में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस आपस में टकराने वाले हैं। इस कारण 13 मार्च को सभी जिलों में मध्यम दर्जे की बारिश होगी। इधर, बादल व बारिश के कारण दिन के तापमान में दो से तीन डिग्र्री की और गिरावट देखने को मिल सकती है। हालांकि इस दौरान रात के न्यूनतम तापमान में खास बदलाव देखने को नहीं मिलेगा।
फसलों को नुकसान
बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीर उकेर दी है। किसानों का मानना है कि यह बारिश केवल और केवल नुकसान ही देगा। अत्यधिक बारिश से रबी फसल के साथ आम, लीची जैसे बागवानी फसल के साथ-साथ महुआ व चिरौंजी जैसे वनोत्पाद फसल के भी नुकसान पहुंचने की संभावना है। जिन किसानों ने रबी फसलकर काटकर खलिहानों में रखा है, उन्हें भी नुकसान हुआ है। सिमडेगा के कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक डॉ. शंकर कुमार ने कहा कि इस बारिश से फसलों को नुकसान ही नुकसान है। अधिक बारिश से फसलों में लगे फूल व मंजर झड़ जाएंगे या कमजोर हो जाएंगे। दाना या फल पुष्ट नहीं हो पाएगा। जिसका असर उत्पादन पर पड़ेगा। इस मौसम में फसलों के लिए कम-से-कम 28-30 डिग्री तापमान चाहिए, जो अभी नहीं है।
शहर का तापमान (डिग्री सेल्यिस में)
अधिकतम न्यूनतम बारिश (मिमी में)
- रांची 23.4 15.2 10.2
- जमशेदपुर 27.1 18.6 9
- डालटनगंज 28.9 17.9 1