जल संसाधन विभाग में अब योजनाओं की होगी ऑनलाइन मॉनीटरिंग
जल संसाधन विभाग ने परियोजनाओं की ऑनलाइन मॉनीट¨रग और नई परियोजनाओं के क्रियान्वयन पर फोकस किया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। जल संसाधन विभाग ने परियोजनाओं की ऑनलाइन मॉनीट¨रग और नई परियोजनाओं में जीआइएस का उपयोग करने के लिए एक सेल का गठन किया है। तीन सदस्यीय इस कोषांग का संयोजक योजना एवं मॉनीट¨रग के कार्यपालक अभियंता को बनाया गया है।
जबकि योजना एवं मॉनीट¨रग अंचल के एक सहायक और एक कनीय अभियंता को बतौर सदस्य सेल में जगह दी गई है। विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने इस बाबत निर्देश जारी किया है।
जीआइएस सेल की टीम मास्टर ट्रेनर तैयार कर जिलों में पदस्थापित इंजीनियर्स को ट्रेनिंग देगी। इतना ही नहीं सभी परियोजनाओं से संबंधित डाटा की फीडिंग और योजना की वर्तमान स्थिति का ब्योरा भी सहेजा जाएगा।
टीम जीआइएस के लिए नवीनतम तकनीक से युक्त उपकरणों का भी क्रय करेगी। झारखंड स्पेस एप्लीकेशन सेंटर से समन्वय कर इस व्यवस्था को पूरे राज्य में लागू किया जाएगा। मुख्यालय स्तरीय इस कोषांग के साथ समन्वय के लिए सभी मुख्य अभियंता, निदेशक भूगर्भ एवं प्रबंध निदेशक झालको अपने-अपने परिक्षेत्र के लिए एक-एक कोषांग का गठन करेंगे। इसके लिए 30 अगस्त की समय सीमा तय की गई है।
बच्चों के स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा होंगे अटल जी
पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का महान कृतित्व अब झारखंड के स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा बनेगा। बच्चे उनकी सफल जीवनी से प्रेरणा ग्रहण करेंगे। इस बाबत राज्य सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द तमाम औपचारिकताएं पूरी करें।
शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में मुख्यमंत्री रघुवर दास से भी बातचीत हुई है। कहा, वैसे भी महापुरुषों को बच्चों के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाता रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयीजी का देश व राज्य के विकास में अहम योगदान रहा है। झारखंड अलग राज्य उन्हीं की देन है। सरकार निश्चित रूप से उनके जीवन वृत को स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाएगी।