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हटिया डैम में सिर्फ 177 दिन का ही बचा पानी, जल्द शुरू होगी राशनिंग

शहर के दो लाख लोगों को पानी देने वाले हटिया डैम में केवल 177 दिन का ही पानी बचा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Sep 2019 06:19 AM (IST)Updated: Wed, 18 Sep 2019 06:33 AM (IST)
हटिया डैम में सिर्फ 177 दिन का ही बचा पानी, जल्द शुरू होगी राशनिंग
हटिया डैम में सिर्फ 177 दिन का ही बचा पानी, जल्द शुरू होगी राशनिंग

विवेक आर्यन, रांची :

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शहर के दो लाख लोगों को पानी देने वाले हटिया डैम में केवल 177 दिन का पानी शेष है। यदि पानी की सप्लाई सामान्य रही तो 177 दिनों के बाद डैम में पानी नहीं बचेगा। इस समस्या से बचने के लिए पेयजल विभाग जल्द ही पानी की राशनिंग करने को मजबूर हो जाएगा। वर्ष 2015-16 में भी ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई थी, तब 2015 के नवंबर महीने से ही पानी की राशनिंग शुरू हो गई थी। इस वर्ष भी राशनिंग होना तय है। हालांकि विभाग के अभियंता ऐसा बयान देने से बच रहे हैं।

हटिया डैम की कुल क्षमता 6368 मिलियन गैलन है। इतना पानी तब जमा हो सकेगा जब डैम का जलस्तर 39 फीट हो। लेकिन अभी डैम का जलस्तर 15 फीट है। यानी जलस्तर के हिसाब से डैम में 37 फीसद पानी है। लेकिन डैम के निचले हिस्से में कम पानी जमा होता है। ऊपर का वॉल्युम ज्यादा होता है। इस हिसाब से वर्तमान में हटिया डैम में केवल 25 फीसद अर्थात 1594 मिलियन गैलन पानी है।

हटिया डैम पर लगभग दो लाख लोग सीधे तौर पर पानी के लिए निर्भर हैं। डैम से हर दिन लगभग 8 से 9 मिलियन गैलन पानी की सप्लाई होती है। इस हिसाब से 1594 मिलियन गैलन पानी 177 दिन में खत्म हो जाएगा। यानी सप्लाई सामान्य रहने पर आज से पांच महीने बाद फरवरी में पानी खत्म हो जाएगा। इससे बचने के लिए राशनिंग के अलावा कोई और विकल्प नहीं है।

डैम के कैचमेंट एरिया में 60 फीसद कम वर्षा -

हटिया डैम में पानी आने का मुख्य स्रोत रातू और नगड़ी के गांव हैं। वहां के खेतों से पानी बहकर डैम में आता है। कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार दोनों क्षेत्रों में औसत से 60 फीसद कम बारिश हुई है। जुलाई महीने में रातू में 133.2 एमएम और नगड़ी में 167.4 एमएम बारिश हुई है। अगस्त महीने में रातू में 198.3 और नगड़ी में 177.3 एमएम बारिश हुई है। दोनों महीने के आंकड़े बताते हैं कि जिले की औसत बारिश से भी कम बारिश रातू और नगड़ी में हुई है। जबकि जिले की औसत बारिश जुलाई में 50 फीसद और अगस्त में 68 फीसद है। अन्य कारण -

- डैम के कैचमेंट एरिया में घर बनते जा रहे हैं। कंक्रीटीकरण के कारण डैम के स्रोत मर रहे हैं।

- रिग रोड के किनारे घनी आबादी बस रही है, बोरिग, चापाकल और कुएं बन रहे हैं, इससे भी डैम के हिस्से का पानी रुका रहा है।

- हटिया डैम अन्य डैमों से ज्यादा ऊंचाई पर है, यह किसी नदी पर नहीं है, वर्षा जल एकमात्र स्रोत है। ये क्षेत्र होंगे प्रभावित -

हटिया डैम से राशनिंग शुरू होने पर एचईसी प्लांट, धुर्वा के सभी सेक्टर, हिनू, डोरंडा, अरगोड़ा, हरमू, कुसई, निवारणपुर, किलबर्न कॉलोनी, एजी कॉलोनी, सेटेलाइट कॉलोनी, मेकॉन कॉलोनी आदि क्षेत्र प्रभावित होंगे।

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नए विधानसभा को भी हटिया डैम से ही मिलेगा पानी -

हटिया डैम में पानी की कमी इसलिए भी चिंता का विषय है, क्योंकि नए विधानसभा, हाई कोर्ट, आरआर भवन आदि नए क्षेत्रों में हटिया डैम से ही पानी सप्लाई होनी है। इसमें लगभग 3 एमजीडी पानी का अतिरिक्त बोझ डैम पर आएगा। इसके लिए हटिया डैम तैयार नहीं है। वर्जन -

डैम में पानी बेहद कम है। यह चिंता का विषय है। कैचमेंट एरिया में बारिश नहीं हुई है। विभाग इसपर संवेदनशील है। जल्द ही कोई ठोस निर्णय लिया जाएगा।

- मो. रेयाज आलम, पेयजल कार्यपालक अभियंता।


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