शिक्षा और बुनियादी सुविधा के मुद्दे पर करेंगे मतदान
लोकसभा चुनाव में राज्य के युवा मतदाताओं का सबसे बड़ा मुद्दा शिक्षा और बुनियादी सुविधा है।
जागरण संवाददाता, रांची : लोकसभा चुनाव में राज्य के युवा मतदाताओं का सबसे बड़ा मुद्दा शिक्षा और बुनियादी सुविधा है। कैटलिस्ट आइएएस इंस्टीट्यूट के विद्यार्थियों का मानना है कि शिक्षित प्रत्याशियों को संसद में जाना चाहिए। जिससे युवाओं के मुद्दों पर काम होगा। रोजगार की समस्या दूर होगी। शिक्षा व्यवस्था दुरूस्त होगी। बुनियादी सुविधाओं के अंतर्गत पानी, बिजली, सड़क और स्वास्थ्य की सुविधा बेहतर होगी। उक्त बातें दैनिक जागरण द्वारा कैटलिस्ट आइएएस इंस्टीट्यूट में आयोजित पहला मुद्दा, पहला वोट अभियान के दौरान सामने आई। इस कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों ने अपने मुद्दों को पर्चे में लिखकर ड्रॉप बाक्स में डाला। जिसे बाद किन मुद्दों पर कितनी वोटिंग हुई इसका प्रतिशत निकाला गया। प्रत्याशी वादों को पूरा करें
विद्यार्थियों ने अपने मुद्दों का पर्चा बनाकर ड्रॉप बाक्स में डाला। इनमें हटिया के राहुल कुमार ने कहा कि ऐसा नेता होना चाहिए जो चुनाव के दौरान किए अपने वादों को पूरा करे। क्षेत्र के साथ युवाओं के मुद्दों पर ईमानदारी के साथ काम करे। बुनियादी समस्याओं पर काम करने वाला प्रत्याशी हो
अरगोड़ा हाउसिंग कॉलोनी की रहने वाली सौम्पी, विकास मिश्रा व कई अन्य विद्यार्थियों का कहना है जिस प्रत्याशी को वोट करेंगे वह क्षेत्र की बुनियादी समस्याओं को दूर करने में सक्षम होना चाहिए। युवाओं के लिए रोजगार मुहैया उपलब्ध कराने वाला हो। स्लम में रहने वाले बच्चों को मुख्यधारा में लाने के लिए काम करने वाला हो। क्योंकि बच्चे हीं देश का भविष्य हैं। उच्च शिक्षा के लिए अच्छे कॉलेजों का हो निर्माण
रेजिना हेमरोम, युगल किशोर, रितेश कुमार व कई अन्य युवाओं ने कहा कि रोजगार तभी मिलेगा जब उन्हें रोजगार उन्मुख शिक्षा दी जाएगी। इसके लिए राज्य में अच्छे कॉलेजों की स्थापना की जानी चाहिए। सरकार को चाहिए तकनीकी शिक्षा पर जोर दें। इसके लिए राज्य में अच्छे कॉलेजों का निमार्ण करें। जिससे उच्च तकनीकी शिक्षा के लिए युवाओं को दूसरे राज्य में पलायन ना करना पड़े। स्टार्टअप और स्कील्ड इंडिया को मिले प्रोत्साहन
रजत कुमार सिंह व अन्य विद्यार्थियों ने कहा कि स्टार्टअप इंडिया और स्कील्ड इंडिया को सुचारू रूप से लागू करने की जरूरत है। स्कील्ड इंडिया के तहत अगर युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण मिलेगा। तो रोजगार की समस्या अपने आप दूर हो जाएगी।