Rajya Sabha Election 2020: राज्यसभा चुनाव से पहले दिनभर सियासी ड्रामा, आरोप-प्रत्यारोप की झड़ी
Jharkhand Rajya Sabha Election 2020 राज्यसभा चुनाव से पहले गुरुवार को दिनभर सियासी ड्रामा हुआ। इस दौरान जमकर सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से आरोप-प्रत्यारोप के तीर चले।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में 2 सीटों पर राज्यसभा चुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है। यहां 79 विधायक अपने पसंदीदा उम्मीदवार को वोट डालेंगे। 2 सीटों पर तीन उम्मीदवार झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और कांग्रेस प्रत्याशी शहजादा अनवर का भाग्य का फैसला हो रहा है। इसमें शिबू सोरेन का जीतना तय है। इधर राज्यसभा चुनाव के एक दिन पहले गुरुवार को झारखंड में यूपीए और एनडीए के बीच जमकर सियासी ड्रामा चला।
दिनभर सियासी ड्रामा, आज नौ बजे से पड़ेंगे राज्यसभा के लिए वोट
राज्यसभा चुनाव के एक दिन पहले गुरुवार को भी झारखंड में यूपीए और एनडीए के बीच जमकर सियासी ड्रामा चला। दोनों खेमे में बैठकों के माध्यम से देर रात तक रणनीति भी बनती रहे। वहीं एक दूसरे पर आरोपों के भी तीर जमकर चले। एक ओर जहां कांग्रेस विधायक डॉ. इरफान अंसारी के आवास पर डिनर के माध्यम से सत्ताधारी गठबंधन ने ताकत का अहसास कराया, जबकि एनडीए के विधायक भी देर शाम तक आजसू प्रमुख सुदेश महतो के आवास पर बैठक करते रहे।
उधर सरला-बिरला विश्वविद्यालय परिसर में भाजपा विधायकों के कैंप करने का मुद्दा भी दिनभर गर्माया रहा। रांची जिला प्रशासन ने विधायकों को परिसर खाली करने का भी फरमान सुनाया, लेकिन इसमें विधायक वहां से डिगे नहीं। एक दिन पहले जहां झामुमो ने चुनाव आयोग से भाजपा के खिलाफ शिकायत की थी, वहीं भाजपा भी गुरुवार को एक ही दिन में दो बार चुनाव आयोग पहुंची और सत्ताधारी दल पर आचार संहिता उल्लंघन कर बैठकें करने और भाजपा विधायकों को डराने-धमकाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।
भाजपा प्रत्याशी दीपक प्रकाश के चुनाव अभिकर्ता बिरंची नारायण ने केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त राज्यसभा चुनाव पर्यवेक्षक को पत्र लिखकर कहा है कि सत्ताधारी गठबंधन द्वारा एनडीए विधायकों को परेशान किया जा रहा है। साथ ही डराया धमकाया भी जा रहा। हमें आशंका है कि ये लोग अशांति एवं चुनाव में व्यवधान उत्पन्न कर सकते है। इससे पहले भी बिरंची नारायण और धनबाद विधायक राज सिन्हा ने रांची में स्थित चुनाव आयोग के कार्यालय में जाकर शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि बुधवार को भी मुख्यमंत्री आवास में राज्यसभा चुनाव को लेकर यूपीए गठबंधन की बैठक हुई थी।
यह पूरी तरह आचार संहिता का उल्लंघन है। इसमें सरकारी आवास और पैसे का दुरुपयोग हुआ। वहीं एक दिन पहले झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा विधायकों समेत वरीय नेताओं पर भाजपा विधायकों को बंधक बनाने व लॉकडाउन का उल्लंघन कर बैठक करने का आरोप लगाते हुए आपत्ति जताई थी। झामुमो ने इसके लिए स्कूल प्रबंधन पर भी कार्रवाई की मांग की थी।
सरला बिरला खाली नहीं करा पाए डीसी, प्रबंधन ने कहा- आयुर्वेद चिकित्सा केंद्र में इलाजरत हैं विधायक
राज्यसभा चुनाव को लेकर सरला बिरला विश्वविद्यालय परिसर में कैंप किये भाजपा विधायकों को वहां से बाहर निकालने के लिए रांची उपायुक्त और एसडीओ की ओर से जारी फरमान गुरुवार को बेअसर साबित हुआ। परिसर को खाली कराने के उनके निर्देश पर एसडीओ ने पत्र भी जारी किया और खुद डीसी ने भी सुबह से रात तक कई बार फोन कर प्रबंधन से बात भी की लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। भाजपा के विधायक गुरुवार को परिसर में ही रहे और शुक्रवार सुबह यहीं से वोट डालने के लिए रवाना होंगे। इधर, भाजपा ने आयोग से शिकायत कर शासन पर अशांति फैलाने का आरोप भी लगा दिया है।
मजेदार बात यह है कि सरला बिरला प्रबंधन ने उपायुक्त को दो टूक जवाब देते हुए कहा कि भाजपा विधायक न तो स्कूल परिसर में ठहरे हैं और न ही विश्वविद्यालय परिसर मेें। वे सभी सरला-बिरला योग एवं आयुर्वेद चिकित्सा केंद्र में हैं। सभी को 48 घंटे के लिए चिकित्सा केंद्र में भर्ती किया गया है। इतना ही नहीं प्रबंधन ने यह भी तय किया है कि एसडीओ के पत्र का जवाब भी शुक्रवार को ही दिया जाएगा।
सत्ताधारी दल ने डिनर के बहाने कराया ताकत का अहसास
राजनीति में रणनीति बनाने के लिए भोज से बेहतर कोई बहाना नहीं है। गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सत्ताधारी दलों के नेताओं को डिनर पर जुटाकर अपनी ताकत का एहसास कराया तो शुक्रवार को कांग्रेस ने भी वादा निभाया। प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सह जामताड़ा के विधायक डॉ. इरफान अंसारी के आवास पर आयोजित भोज में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कांग्रेस के पर्यवेक्षक पीएल पुनिया, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम समेत अन्य वरीय नेता जुटे और राज्यसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाई। राज्यसभा चुनाव को लेकर पर्यवेक्षक बनाए गए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पीएल पुनिया ने विधायकों से लेकर मुख्यमंत्री तक से मुलाकात की और शुक्रवार को भी पूरे दिन सक्रिय रहे।
सुदेश के आवास पर जुटे भाजपा नेता
राज्यसभा चुनाव को लेकर एनडीए खेमे में भी दिनभर हलचल रही। आजसू को भी साथ बांधे रखने की कसरत हुई। देर शाम भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश माथुर, राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह, संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी तथा एनडीए प्रत्याशी दीपक प्रकाश गुरुवार को आजसू प्रमुख सुदेश महतो के आवास पर जुटे। इस क्रम में नेताओं ने राज्यसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी की जीत तय करने को लेकर रणनीति पर चर्चा की।
सुबह नौ बजे से शुरू होगी वोटिंग, शाम में आ जाएगा परिणाम
राज्यसभा की दो सीटों पर शुक्रवार को होनेवाले चुनाव के लिए सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा। शाम पांच बजे तक मतों की गणना के बाद शुक्रवार को ही नतीजे भी घोषित हो जाएंगे।
विधानसभा की वर्तमान दलगत स्थिति
- झामुमो : 29
- कांग्रेस : 15+2
- राजद : 1
- भाजपा : 25+1
- आजसू : 2
- निर्दलीय : 2
- एनसीपी : 1
- भाकपा माले : 1
क्या है राज्यसभा चुनाव का फार्मूला
- राज्यसभा चुनाव में एक विधायक के वोट की वैल्यू 100 आंकी जाती है।
- ये है फार्मूला
- [(विधायकों की संख्या * 100) / (रिक्त हुई सीटों की संख्या + 1)] + 1
- झारखंड के वर्तमान संदर्भ में कुछ ऐसा होगा
- [(79 * 100) / (2 + 1)] + 1
- [(7900) / (2 + 1)] + 1
- [(2633.33)] + 1
- 2634.33
- एक सीट जीतने के लिए चाहिए 2700 वोट। चूंकि एक विधायक के वोट की वैल्यू 100 होती है, इसलिए जीत के लिए 27 विधायकों का समर्थन चाहिए। अगर दो सीटें रिक्त न होती तो जीत के लिए 28 विधायकों के समर्थन की जरूरत होती।