VHP: देशभर में कोरोना वारियर्स को स्वदेशी राखी बांधेंगे विहिप कार्यकर्ता, 20 हजार बहनें घरों में बना रहीं राखी
विहिप के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने झारखंड में चल रहे धर्मांतरण का विरोध करते हुए कहा कि सेवा के नाम पर जो लोग भी धर्मांतरण का खेल चला रहे हैं उसे बंद करना होगा।
रांची, [संजय कुमार]। रक्षा बंधन पर इस बार चाइनिज राखी का बहिष्कार करते हुए विहिप की 20 हजार से अधिक बहनें अपने घरों में स्वदेशी राखी का निर्माण करेंगी। आम लोगों के बीच इसका वितरण करने के साथ-साथ विहिप के कार्यकर्ता पूरे देश में रक्षा बंधन के दिन तीन अगस्त को कोरोना वारियर्स के रूप में काम कर रहे स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं स्वच्छता कर्मी को राखी बांधेंगे।
इस बार दीवाली पर भी स्वदेशी दीया और बाती का प्रयोग करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। विहिप कार्यकर्ताओं के साथ-साथ उनके हितचिंतक के घरों में भी चाइनिज सामग्री का पूरी तरह से बहिष्कार किया जाएगा। विहिप के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे अपने झारखंड प्रवास के अंतिम दिन सोमवार को रांची में दैनिक जागरण से संबंधित बातें साझा की।
मिलिंद परांडे ने झारखंड में चल रहे धर्मांतरण का विरोध करते हुए कहा कि सेवा के नाम पर जो लोग भी धर्मांतरण का खेल चला रहे हैं, उसे बंद करना होगा। इसके विरोध में जन प्रतिनिधियों के साथ-साथ सामाजिक संगठनों के लोगों से भी आगे आने की अपील किया जा रहा है। धर्मांतरण पूरी तरह से ङ्क्षहसा है, इसे हर हाल में रोका जाना चाहिए।
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में नहीं होगा लोहे का प्रयोग
मिलिंद परांडे ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण सरकार के सहयोग से नहीं, पूरी तरह से समाज के सहयोग से होगा। इसके लिए पूरे देश में धन संग्रह अभियान चलाया जाएगा, जिसमें विहिप के कार्यकर्ता सहयोग करेंगे। कहा, मंदिर का निर्माण पत्थरों को जोड़कर प्राचीन पद्धति से किया जाएगा। इसमें लोहे का प्रयोग नहीं होगा। अगर कहीं जरूरत भी पड़ेगी तो दूसरी धातु का उपयोग किया जाएगा। वर्तमान में स्वामी नारायण सहित देश में कई मंदिर हैं जिसमें लोहे का उपयोग नहीं हुआ है। दो से ढाई वर्ष में मंदिर का स्वरूप सामने आ जाएगा।
सीएए के तहत नागरिकता दिलाने के लिए सरकारी तंत्र की मदद करेंगे विहिप के कार्यकर्ता
परांडे ने कहा कि धीरे-धीरे स्थिति सामान्य होती जा रही है। अब नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान एवं बांग्लादेश से आए हिंदुओं के साथ-साथ दूसरे अल्पसंख्यकों को नागरिकता दिलाने के लिए सरकारी तंत्र को विहिप के कार्यकर्ता सहयोग करेंगे। ऐसे लोगों की खोज कर उन्हें प्रमाणपत्र उपलब्ध कराने के काम में तेजी लाई जाएगी।