हिसा से पीड़ित महिलाओं को एक ही छत के नीचे मदद की व्यवस्था
झारखंड में 20 सखी वन स्टॉप सेंटर की स्वीकृति भारत सरकार ने दी हुई है।
जागरण संवाददाता, रांची : झारखंड में 20 सखी, वन स्टॉप सेंटर की स्वीकृति भारत सरकार ने दी है। ये सभी 20 वन स्टॉप सेंटर कार्यशील हैं। यह जानकारी केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में दी। लोकसभा सत्र के दौरान रांची के सांसद संजय सेठ ने मंत्री से यह पूछा था कि वन स्टॉप सेंटर को लेकर सरकार क्या कर रही है और झारखंड सहित पूरे देश भर में कितने केंद्र चल रहे हैं? इसके तहत महिलाओं को किस प्रकार की सहायता दी जानी है? इसके साथ ही इसका राज्यवार आंकड़ा भी सांसद ने मांगा था।
इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बताया कि भारत के 730 जिलों के लिए 733 वन स्टॉप सेंटर मंजूर किए गए हैं। इनमें झारखंड में 20 सेंटर को मंजूरी दी गई है और सभी 20 सेंटर कार्यशील हैं। वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से किसी भी प्रकार की हिसा से पीड़ित महिलाओं को तत्काल मदद दिलाने की व्यवस्था है। वन स्टॉप सेंटर एक ऐसा केंद्र है, जहां एक ही छत के नीचे हिसा व प्रताड़ना से पीड़ित महिलाओं की मदद व इंसाफ दिलाने की प्रक्रिया पर काम किया जाता है। हिसा व प्रताड़ना से जूझ रही महिलाओं को पुलिस की मदद, मेडिकल, कानूनी सहायता, काउंसलिग, मनोवैज्ञानिक सहायता, अस्थाई आवास जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्था इस कार्यक्रम के तहत की गई है। वन स्टॉप सेंटर के भविष्य को लेकर केंद्र सरकार और भी कई योजनाओं पर काम कर रही है।
जासं, रांची: छत्रपति शिवाजी की जयंती के अवसर पर शिवसेना झारखंड प्रदेश के द्वारा बूटी मोड़ चौक स्थित शिवाजी चौक में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा पर शिव सैनिकों द्वारा माल्यार्पण किया गया। साथ ही, आंचल शिशु आश्रम बड़ा तालाब में अनाथ बच्चों के बीच खाद्य सामग्री एवं बच्चों के बीच वस्त्र का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शिवसेना रांची जिला प्रमुख शिवम सिन्हा ने बताया कि शिवाजी महाराज हिदुत्व एवं राष्ट्र के योद्धा थे जिन्होंने सनातन धर्म और राष्ट्र को मुगलो से बचाया। अफजल खान जैसे राक्षस को मार गिराया। अगर इस देश मे शिवाजी महाराज ना होते तो आज हिन्दू मुंडन के जगह सुन्नत करवा रहे होते। अब देश मे हर मां को जीजाबाई तो हर पुत्र को शिवाजी बनना होगा। इस कार्यक्रम में रोनित कुमार, चंदन पांडे, गौरव मुखर्जी, अक्षत कुमार, यश राठौड़ यदि सैकड़ों शिव सैनिक मौजूद थे।