उपराष्ट्रपति करेंगे झारखंड में मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का शुभारंभ
झारखंड के कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने मंगलवार को बताया कि 10 अगस्त को योजना की लांचिंग की जाएगी। इस योजना के लिए अभी तक 15 लाख किसानों का डाटा अपलोड हो चुका है।
By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Tue, 30 Jul 2019 04:14 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jul 2019 08:23 PM (IST)
रांची, राज्य ब्यूरो। किसानों को खरीफ फसल में आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना की शुरुआत 10 अगस्त को होगी। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू इस योजना की लांचिंग करेंगे। मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास भी उपस्थित रहेंगे। कृषि एवं पशुपालन मंत्री रणधीर सिंह तथा विभागीय सचिव पूजा सिंघल ने मंगलवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि पहले इस योजना की लांचिंग प्रधानमंत्री द्वारा होनेवाली थी। लेकिन उनकी व्यस्तता को देखते हुए तथा समय पर किसानों को इस योजना का लाभ दिलाने के लिए 10 अगस्त को ही इस योजना की लांचिंग करने का निर्णय लिया गया।
इस योजना के तहत 35 लाख किसानों को निर्धारित राशि सीधे बैंक खाते में दी जानी है। इसके लिए अबतक 15 लाख छह हजार किसानों का डाटा अपलोड हो चुका है। 10 अगस्त तक जितने किसानों के डाटा अपलोड हो जाएंगे उन्हें पहली किस्त की राशि जारी कर दी जाएगी। यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी। इस योजना के तहत एक एकड़ या इससे कम भूमि वाले किसानों को पांच-पांच हजार रुपये तथा पांच एकड़ तक की भूमि वाले किसानों को 25-25 हजार रुपये खरीफ फसल के लिए दिए जाएंगे।
मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत 8.06 लाख किसानों को प्रथम किस्त की राशि जारी की जा चुकी है। सतत प्रक्रिया के तहत प्रत्येक सप्ताह किसानों का डाटा एंट्री कर उन्हें राशि जारी की जाती है। इधर, सुखाड़ के सवाल पर विभागीय सचिव ने बताया कि झारखंड में 29 जुलाई तक सामान्य वर्षा के अनुपात में लगभग 62 फीसद वर्षा हुई है। इस तरह 38 फीसद वर्षा कम हो पाई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगस्त में इसकी भरपाई हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद राज्य सरकार वेट एंड वाच की स्थिति में है तथा स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है।
उनके अनुसार, भारत सरकार द्वारा एक मैनुअल के तहत निर्धारित तिथि के अनुसार वर्षा का आकलन कर सुखाड़ घोषित करने की स्वीकृति देती है। निर्धारित प्रक्रिया के तहत 31 जुलाई और 15 अगस्त को आंकड़े भेजे जाने हैं। भारत सरकार 15 अगस्त के आंकड़े पर निर्णय लेगी। उन्होंने बताया कि खूंटी, गुमला, रामगढ़, बोकारो, दुमका में सबसे कम वर्षा हुई है। इसके विपरीत गोड्डा और साहिबगंज में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है।
क्या है रोपनी की स्थिति (29 जुलाई तक, आंकड़े प्रतिशत में)
रोपनी 2018 2019
धान 25 21
मक्का 69 74
दलहन 42 50
इस योजना के तहत 35 लाख किसानों को निर्धारित राशि सीधे बैंक खाते में दी जानी है। इसके लिए अबतक 15 लाख छह हजार किसानों का डाटा अपलोड हो चुका है। 10 अगस्त तक जितने किसानों के डाटा अपलोड हो जाएंगे उन्हें पहली किस्त की राशि जारी कर दी जाएगी। यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी। इस योजना के तहत एक एकड़ या इससे कम भूमि वाले किसानों को पांच-पांच हजार रुपये तथा पांच एकड़ तक की भूमि वाले किसानों को 25-25 हजार रुपये खरीफ फसल के लिए दिए जाएंगे।
मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत 8.06 लाख किसानों को प्रथम किस्त की राशि जारी की जा चुकी है। सतत प्रक्रिया के तहत प्रत्येक सप्ताह किसानों का डाटा एंट्री कर उन्हें राशि जारी की जाती है। इधर, सुखाड़ के सवाल पर विभागीय सचिव ने बताया कि झारखंड में 29 जुलाई तक सामान्य वर्षा के अनुपात में लगभग 62 फीसद वर्षा हुई है। इस तरह 38 फीसद वर्षा कम हो पाई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगस्त में इसकी भरपाई हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद राज्य सरकार वेट एंड वाच की स्थिति में है तथा स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है।
उनके अनुसार, भारत सरकार द्वारा एक मैनुअल के तहत निर्धारित तिथि के अनुसार वर्षा का आकलन कर सुखाड़ घोषित करने की स्वीकृति देती है। निर्धारित प्रक्रिया के तहत 31 जुलाई और 15 अगस्त को आंकड़े भेजे जाने हैं। भारत सरकार 15 अगस्त के आंकड़े पर निर्णय लेगी। उन्होंने बताया कि खूंटी, गुमला, रामगढ़, बोकारो, दुमका में सबसे कम वर्षा हुई है। इसके विपरीत गोड्डा और साहिबगंज में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है।
क्या है रोपनी की स्थिति (29 जुलाई तक, आंकड़े प्रतिशत में)
रोपनी 2018 2019
धान 25 21
मक्का 69 74
दलहन 42 50
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