Move to Jagran APP

विहिप का 15 दिवसीय हितचिंतक अभियान 17 नवंबर से

विश्व हिदू परिषद का 15 दिवसीय हितचिंतक अभियान 17 नवंबर से दो दिसंबर तक चलाएगा। पहले दिन सभी जिलों में पांच सौ सदस्य बनाने का निर्णय लिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Nov 2019 03:10 AM (IST)Updated: Sun, 17 Nov 2019 06:15 AM (IST)
विहिप का 15 दिवसीय हितचिंतक अभियान 17 नवंबर से
विहिप का 15 दिवसीय हितचिंतक अभियान 17 नवंबर से

जागरण संवाददाता, रांची : विश्व हिदू परिषद का 15 दिवसीय हितचिंतक अभियान 17 नवंबर से दो दिसंबर तक पूरे झारखंड प्रांत में चलेगा। इस दौरान सभी जिलों में एक लाख नए हितचिंतक बनाए जाएंगे। ये बातें विश्व हिदू परिषद के प्रांत मंत्री डॉ. बिरेंद्र साहु ने कही। शनिवार को रामगढ़ एकल अभियान के कार्यालय में विहिप की बैठक आयोजित की गई थी। उन्होंने बताया कि अभियान के प्रथम दिन सभी जिलों में कम से कम पांच सौ सदस्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। समस्त हिदुओं से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि विहिप द्वारा चलाए जा रहे हितचिंतक अभियान में सदस्य बनकर राष्ट्र व धर्मार्थ कार्यो में सहयोग करें। हितचिंतक अभियान में सनातन धर्म के सभी व्यक्ति सदस्य बनाए जा सकते हैं। 15 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में समाज के सभी पंथ को मानने वालों को भी सदस्य बनाया जाएगा, ताकि समाज में सामाजिक समरसता का भाव उत्पन्न किया जा सके। बैठक में उपस्थित एकल अभियान के नगरीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञान ब्रह्म पाठक ने कहा कि विहिप द्वारा चलाए जा रहे हितचिंतक अभियान में एकल अभियान के प्रांत के सभी कार्यकर्ता सहयोग करेंगे, ताकि जल्द से जल्द लक्ष्य प्राप्त कर हिदू समाज को सुदृढ़ किया जा सके। इस अवसर पर प्रांत संगठन मंत्री देवी सिंह, विभाग सहमंत्री मिथिलेश्वर मिश्रा, विभाग संयोजक अमर प्रसाद, एकल अभियान के संभाग अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह समेत कई उपस्थित थे।

loksabha election banner

झारखंड मैथिली मंच ने विद्यापित स्मृति पर्व समारोह में राज्यपाल को किया आमंत्रित

जागरण संवाददाता, रांची : झारखंड मैथिली मंच के प्रतिनिधि मंडल ने शनिवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और उन्हें 20 से 22 नवंबर तक हरमू मैदान में आयोजित होने वाले विद्यापति स्मृति पर्व समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। मौके पर राज्यपाल ने प्रतिनिधि मंडल को 22 नंबर के कार्यक्रम में शामिल होने की सहमति जताई। इस अवसर पर मंच के पदाधिकारियों ने राज्यपाल से आग्रह करते हुए कहा कि झारखंड लोक सेवा आयोग में मैथिली को ऐच्छिक भाषा के रूप में सम्मिलित की जाए। इस विषय पर राज्यपाल ने संबंधित विषय को राज्य सरकार के पास भेजने पर सहमति जताई। मौके पर झारखंड मैथिली मंच के अध्यक्ष अमरनाथ झा, महासचिव जयंत कुमार झा, पार्षद अरुण कुमार झा समेत कई उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.