UPSC Civil Services Final Result 2019: सिविल सेवा परीक्षा में रांची की अनुपमा काे 90वां व हजारीबाग के दीपांकर को 42वां रैंक
UPSC Civil Services Final Result 2019 संघ लोक सेवा आयोग ने आज रिजल्ट जारी किया है। इस परीक्षा परिणाम में दूसरे नंबर पर जतिन किशोर और तीसरे नंबर पर प्रतिभा वर्मा हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। UPSC Civil Services Final Result 2019 संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा, 2019 का अंतिम परिणाम जारी कर दिया गया है। हिसार के प्रदीप सिंह टॉपर बने हैं। झारखंड के रांची के खेल गांव में रहनेवाली अनुपमा सिंह को 90वां रैंक प्राप्त हुआ है। कुल 829 अभ्यर्थियों ने परीक्षा पास की है। संघ लोक सेवा आयोग ने आज रिजल्ट जारी किया है।
इस परीक्षा परिणाम में दूसरे नंबर पर जतिन किशोर, और तीसरे नंबर पर प्रतिभा वर्मा हैं। हजारीबाग के दीपांकर चौधरी को सिविल सेवा परीक्षा में 42वां रैंक मिला है। दीपांकर संयुक्त सचिव स्तर के पद से रिटायर पदाधिकारी रंजन चौधरी के पुत्र हैं। इसके अलावा गढ़वा के शिवेंदु भूषण को 83वां स्थान मिला है। पिछली बार इन्हें 120वां रैंक मिला था। ये अभी आइपीएस का प्रशिक्षण ले रहे हैं।
हजारीबाग में पदस्थापित डीएसपी कमल किशोर के पुत्र प्रियांक किशोर को यूपीएससी में 61वां रैंक प्राप्त हुआ है। बोकारो के अभिषेक कुमार गर्ग को 456 रैंक प्राप्त हुआ है। देवघर के रवि जैन को यूपीएससी में नौवा रैंक मिला है। रवि जैन न्यास धार्मिक बोर्ड के अध्यक्ष ताराचंद जैन के छोटे भाई अशोक जैन के पुत्र हैं।
हजारीबाग के प्रियांक किशोर अपने भाई के साथ। पिछले वर्ष इन्होंने 274वां रैंक अंक हासिल किया था। इस वर्ष दूसरे प्रयास में 61वां रैंक हासिल किया है।
शिवेंदु भूषण।
गढ़वा के शिवेंदु भूषण को यूपीएससी में 83वां स्थान
गढ़वा शहर के सहिजना मोहल्ला निवासी शैलेन्द्र वर्मा के पुत्र शिवेंदु भूषण को यूपीएससी में 83वां रैंक हासिल हुआ है। शिवेंदु को पिछले वर्ष यूपीएससी में 120वां रैंक मिला था। वे वर्तमान में आइपीएस की ट्रेनिंग में दिल्ली में हैं। उन्होंने कहा कि रैंक में सुधार के साथ भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने के मकसद से फिर से यूपीएससी की परीक्षा दी थी। उन्होंने कहा कि घोषित परिणाम संतोषजनक है।
हजारीबाग के दीपांकर चौधरी।
हजारीबाग के दीपांकर चौधरी ने 42वां रैंक हासिल किया है। दीपांकर का यह दूसरा प्रयास था। पिछली बार उन्हें 164 वां रैंक हासिल हुआ था। उनके पिता रंजन चौधरी संयुक्त सचिव पद से सेवानिवृत हुए हैं। पिछली बार इनका चयन आइपीएस में हुआ था और आइपीएस का प्रशिक्षण लेते हुए इन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी।