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थिंक टैंक बनेंगे झारखंड के विश्वविद्यालय

झारखंड के विश्वविद्यालय राज्य के विकास में थिंक टैंक की भूमिका निभाएंगे। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कुलपतियों को टाइम बांड टास्क सौंपा है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 08 Nov 2016 05:48 AM (IST)Updated: Tue, 08 Nov 2016 06:02 AM (IST)
थिंक टैंक बनेंगे झारखंड के विश्वविद्यालय

विनोद श्रीवास्तव, रांची। झारखंड के विश्वविद्यालय राज्य के विकास में थिंक टैंक की भूमिका निभाएंगे। विद्यार्थियों को इस अनुरूप तैयार करने के लिए विश्वविद्यालयों को हर स्तर की सुविधा प्रदान की जाएगी। शिक्षा को सर्वोपरि करार देते हुए कुलाधिपति सह राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कुलपतियों को अपने-अपने विश्वविद्यालयों को आदर्श के मानकों पर स्थापित करने का टाइम बांड टास्क सौंपा है। थोड़े प्रयास से पूरा होने वाले टास्क की अवधि 15 से 30 नवंबर तक मुकर्रर की गई है। शेष दायित्वों को पूरा करने के लिए तीन महीने तक का समय दिया गया है। राजभवन सचिवालय ने इससे संबंधित पत्र उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग तथा विश्वविद्यालयों को भेजा है।
पत्र में कुलपतियों से एक-एक कॉलेजों की मासिक प्रोग्रेस रिपोर्ट तलब की गई है, जिसमें विश्वविद्यालय और कॉलेज स्तर पर शिक्षा के विकास को लेकर की गई पहल को शामिल करने को कहा गया है। शिक्षकों की किल्लत झेल रहे कॉलेजों में स्थायी बहाली होने तक कुलाधिपति ने शिक्षकों के अंतर विश्वविद्यालीय पदस्थापन पर अपनी सहमति दी है। साथ ही नवंबर का वेतन बायोमीट्रिक प्रणाली से शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित होने के बाद ही जारी करने की अनुशंसा की है। विश्वविद्यालय स्तर पर खेल, सांस्कृतिकगतिविधियों तथा फाइन आर्ट को बढ़ावा देने तथा हर हाल में जरनल प्रकाशित करने को कहा है।

विश्वविद्यालयों के टॉपरों से हर साल मिलेंगी राज्यपाल
कुलाधिपति सह राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू विश्वविद्यालयों के टॉपरों से हर साल मुलाकात करेंगी। इस बाबत राजभवन में भव्य समारोह का आयोजन होगा। राज्य की प्रतिभाओं को सम्मान देने वाले इस समारोह में सभी विभागों के टॉपर, संबंधित कॉलेज के प्राचार्य और कुलपति शिरकत करेंगे। मौके पर टॉपर अपने भविष्य की रणनीति से सरकार को अवगत कराएंगे। साथ ही शिक्षा में उत्तरोत्तर विकास से संबंधित पेपर प्रस्तुत करेंगे।

छात्रावासों से हटेंगे असामाजिक तत्व, अस्थायी पुलिस पोस्ट भी
विश्वविद्यालय और कॉलेजों के छात्रावासों में रह रहे असामाजिक तत्व तथा गैर एकेडमिक छात्र हटाए जाएंगे। सुरक्षा तथा विधि-व्यवस्था की समस्या को देखते हुए डीजीपी ने जहां विश् वविद्यालय परिसर में पेट्रोलिंग बढ़ाने का निर्देश स्थानीय पुलिस-प्रशासन को दिया है, वहीं सिद्धो-कान्हों तथा कोल्हान विश्वविद्यालय परिसर में अस्थायी पुलिस चौकी स्थापित करने को भी कहा है।

चार कॉलेज बनेंगे आदर्श, छुट्टियों में भी खुलेगी लाइब्रेरी
कॉलेजों को आदर्श के मानकों पर स्थापित करने के लिए चार कॉलेज चिह्नित किए जाएंगे, जो अन्य शैक्षणिक संस्थानों के लिए मॉडल होंगे। इनमें से एक महिला कॉलेज, दो स्नातकोत्तर विभाग तथा एक साइंस डिपार्टमेंट होगा। इसी तरह हर विश्वविद्यालय में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एक लाइब्रेरी होगी, जो रविवार और छुट्टियों के दिन भी खुले रहेंगे।

राज्यपाल की सलाह
- प्राचार्य को छोड़ रजिस्ट्रार, डिप्टी रजिस्ट्रार, असिस्टेंट रजिस्ट्रार, परीक्षा नियंत्रक, फाइनांस अफसर, लाइब्रेरियन आदि की बहाली के लिए जेपीएससी को भेजें प्रस्ताव।
- शिक्षकों की प्रोन्नति से संबंधित मामले उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के माध्यम से जल्द निपटाएं।
-अंतर विश्वाद्यालीय परिषद का करें गठन। विश्वविद्यालयों के बीच आपसी समन्वय स्थापित करने के लिए आंतरिक कमेटी गठित करें कुलपति।
- कॉलेज और विश्वविद्यालय स्तर पर होने वाले इवेंट का तैयार करें कैलेंडर। परीक्षा की प्रक्रिया को करें ऑनलाइन।
- यूजीसी की गाइडलाइन के अनुरूप चर्चित जरनल को करें सूचीबद्ध।
- नीलांबर-पीतांबर विवि के लिए 40 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने में सरकार करे सहयोग।
- विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के भवनों की मरम्मत के लिए झारखंड स्टेट बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (जेसीबीसीसीएल) को दें प्रस्ताव।
- हाई कोर्ट के फैसले के अनुरूप शुरू करें अल्पसंख्यक कॉलेजों में शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया।

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