दिल्ली में बेच दी गई झारखंड की सुषमा और पूनम, दलालों ने लगाया 50 हजार दाम; पढ़ें
Jharkhand. लॉकडाउन के बाद दोनों किशोरियां झारखंड लाई जाएंगी। कुशलता के लिए इन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी। आइआरआरसी और एसआरसी के संयुक्त प्रयास मुक्त कराई गई।
रांची, [विनोद श्रीवास्तव]। दिल्ली स्थित एकीकृत पुनर्वास सह संसाधन केंद्र (आइआरआरसी) तथा झारखंड की रांची स्थित राज्य संसाधन केंद्र (एसआरसी) के संयुक्त प्रयास से एक वर्ष पूर्व ट्रैफिकिंग की शिकार हुई खूंटी की दो किशोरियों को सोमवार को मुक्त करा लिया गया। दोनों की उम्र 17-18 के करीब है। नई दिल्ली के मण्डाली सेवा धाम रोड, हरि नगर से मुक्त कराई गई सुषमा और पूनम (बदला हुआ नाम) के अनुसार गांव की ही सुमित्रा नाम की दलाल ने उसे 50 हजार रुपये में प्लेसमेंट एजेंसी नया सवेरा के हवाले कर दिया था।
झारखंड से मानव तस्करी की शिकार किशोरियों को महानगरों से मुक्त कराने के लिए लॉकडाउन में शुरू किए गए इस आपरेशन को राज्य महिला विकास सोसाइटी, के राज्य परियोजना निदेशक डीके सक्सेना और राज्य संसाधन केंद्र के निदेशक संजय कुमार मिश्र ने आपरेशन खुशी का नाम दिया है। बहरहाल इस आपरेशन ने दोनों बच्चियों समेत उसके परिजनों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी है।
बकौल सक्सेना, लॉकडाउन की समाप्ति के बाद दोनों बच्चियों को रांची लाया जाएगा तथा उसका कौशल विकास कर उसे मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा। एसआरसी के अनुसार उपायुक्त खूंटी तथा जिला बाल संरक्षण ईकाई से मिली सूचना पर यह दिल्ली पुलिस की मदद से यह आपरेशन चलाया गया। आइआरआरसी दिल्ली की पूजा तनवर और सपना राठौड़ के मदद से इस आपरेशन को पूरा किया गया।
राज्य संसाधन के निशुल्क हेल्पलाईन 18003457055 एवं एकीकृत पुनर्वास सह संसाधन केन्द्र के राष्ट्रीय ट्रैफिकिंग हेल्पलाइन नंबर 10582 पर कई और किशोरियों के फंसे होने की खबर मिली है, जिन्हें मुक्त कराने का अभियान शीघ्र शुरू किया जाएगा।