एक तरफ कोरोना के कारण तबादले रद, दूसरी तरफ उसी विभाग में नए तबादले
राची एक ही विभाग में तबादले को लेकर गुरुवार को दो अलग-अलग आदेश जारी हुए। एक तरफ तो स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने कोरोना का बहाना बनाकर पूर्व में अवर शिक्षा सेवा पदाधिकारियों के हुए तबादले रद कर दिए वहीं दूसरी ओर इसी विभाग ने राज्य शिक्षा सेवा पदाधिकारियों के कई तबादले भी किए।
राची : एक ही विभाग में तबादले को लेकर गुरुवार को दो अलग-अलग आदेश जारी हुए। एक तरफ तो स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने कोरोना का बहाना बनाकर पूर्व में अवर शिक्षा सेवा पदाधिकारियों के हुए तबादले रद कर दिए, वहीं दूसरी ओर इसी विभाग ने राज्य शिक्षा सेवा पदाधिकारियों के कई तबादले भी किए।
दरअसल, शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के आदेश पर प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने 24 जुलाई को हुए अवर शिक्षा सेवा के 85 पदाधिकारियों का हुए तबादले गुरुवार को रद कर दिए। तबादला रद करने के लिए कोरोना का आधार बनाते हुए कहा गया कि कोरोना के कारण बड़े पैमाने पर तबादला नहीं किया जा सकता, लेकिन हकीकत यह है कि तबादले में अनियमितता की शिकायत मिलने के बाद मंत्री के आदेश पर यह कार्रवाई की गई, लेकिन बहाना कोरोना का बनाया गया। प्राथमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा तबादला रद करने को लेकर जारी आदेश में सभी पदाधिकारियों को अपने पुराने पदस्थापन स्थल पर योगदान देने का आदेश दिया गया है। शिक्षा मंत्री को शिकायत मिली थी कि उक्त तबादले में जसीडीह की प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी बाहा शाति मराडी का तबादला उसके नाम से फर्जी आवेदन के आधार पर राजमहल कर दिया गया, जबकि उन्होंने इसके लिए कोई आवेदन ही नहीं दिया था। मंत्री को शिकायत मिली कि जसीडीह सीट खाली कर दूसरे प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को वहा पदस्थापित करने के लिए मराडी के नाम से फर्जी आवेदन जमा किए गए। बता दें कि विभाग ने गुरुवार को ही राज शिक्षा सेवा के 20 पदाधिकारियों के तबादले भी किए।
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