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पीएलवी के व्यवहार से डालसा की पहचान

रांची : पैरा लीगल वोलेंटियर (पीएलवी) के बिना लीगल सर्विस ऑथोरिटी का कार्य पूर्ण नहीं हो सकता है। विध

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 May 2018 09:17 AM (IST)Updated: Fri, 18 May 2018 09:17 AM (IST)
पीएलवी के व्यवहार से डालसा की पहचान
पीएलवी के व्यवहार से डालसा की पहचान

रांची : पैरा लीगल वोलेंटियर (पीएलवी) के बिना लीगल सर्विस ऑथोरिटी का कार्य पूर्ण नहीं हो सकता है। विधिक कार्य में पीएलवी की अहम भूमिका है। पीएलवी के व्यवहार से डालसा की पहचान है। व्यवहार अच्छा रखे। समाज के लिए सकारात्मक सोच रखना चाहिए। पीएलवी यह सोच रखें कि वे समाज के लिए कार्य कर रहे हैं। यह बातें झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार (झालसा) के सदस्य सचिव एके राय ने कही। वे झालसा के तत्वावधान में जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा) की ओर से आयोजित पीएलवी के तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुरुआत करते हुए कही। नालसा द्वारा निर्मित नवीन मॉड्यूल के अनुसार प्रशिक्षण कांके रोड स्थित जज कॉलोनी के बहुउदेशीय भवन में किया जा रहा है। प्रधान न्यायायुक्त नवनीत कुमार ने सभी का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि नालसा का नया मॉडल आया है। इसके लिए प्रशिक्षण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत में अधिवक्ताओं का अद्भूत योगदान रहा है। इससे रांची को तीन बार बेस्ट डालसा का पुरस्कार मिला है। इस बार भी पुरस्कार रांची को मिले, इसके लिए सभी की सहयोग अपेक्षित है। रांची में बेस्ट पीएलवी पर भी नजर है। प्रशिक्षण का लाभ उठाकर पीएलवी अपनी कार्यकुशलता व कार्यक्षमता बढ़ाएं, कानून की जानकारी दूसरों को दें। बेस्ट पीएलवी का खिताब मिले इस सोच के साथ कार्य करें।

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उपायुक्त राय महिमापत रे ने कहा कि जस्टिस डीएन पटेल के नेतृत्व में चार वर्षो में देश में पीएलवी अव्वल कार्य कर रहे हैं। यह देश के लिए मील का पत्थर हैं। पीएलवी के कंधे पर महत्वपूर्ण कार्य है जो दूर बैठे लोगों को मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की जितनी भी योजनाएं है, उससे पीएलवी को जोड़ा जा सकता है। इसके लिए अलग से भी प्रशिक्षण हो। उन्होंने प्रस्ताव दिया कि मनरेगा, उज्ज्वला योजना सहित सोशल ऑडिट के कार्य से भी पीएलवी को जोड़ने की पहल हो।

रांची जिला बार एसोसिएशन के महासचिव व झारखंड स्टेट बार काउंसिल के नवनिर्वाचित सदस्य संजय कुमार विद्रोही ने कहा कि डालसा समाज के लिए कार्य कर रहा है। पीएलवी लोभ-लालच में न पड़कर सेवा भावना से कार्य करें। उन्होंने डालसा के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ पहुंचे, इसके लिए पीएलवी सक्रियता से कार्य करें। पीएलवी के माध्यम से समाज को सुधारा जा सकता है। संचालन डालसा सचिव फहीम किरमानी व न्यायिक दंडाधिकारी अवनिका गौतम और धन्यवाद ज्ञापन न्यायिक दंडाधिकारी मनीष कुमार सिंह ने किया। मौके पर झारखंड लीगल सर्विस ऑथोरिटी के सचिव संतोष कुमार, झालसा के डिप्टी सेक्रेट्री सत्यकाम, न्यायिक पदाधिकारी दिवाकर पांडेय, शिवपाल सिंह सहित अधिवक्ता एलके गिरि, मनीषा रानी, अमरेंद्र कुमार झा, अमरेंद्र त्रिवेदी सहित अन्य अधिवक्ता व पीएलवी मौजूद थे।

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वीडियो डेस्कटॉप एप के माध्यम से ऑनलाइन हुई अभियान की शुरुआत :

वीडियो डेस्कटॉप एप के माध्यम से जेल में बंद महिला व उनके बच्चों को विधिक सेवा देने के लिए दस दिवसीय अभियान की शुरुआत भी ऑनलाइन हुई। जेल में 69 महिलाएं और उनके आठ बजे अभियान के तहत प्रशिक्षण ले रहे हैं। इसके लिए जेल में डालसा ने एक टीम का गठन किया है। इसमें जेल, बच्चों के विशेषज्ञ डॉक्टर, दो महिला पैनल अधिवक्ता, तीन पीएलवी, प्रेमाश्रय के प्रतिनिधि शामिल हैं। डालसा सचिव फहीम किरमानी ने बताया कि महिलाओं के लिए जेल में आधार पंजीयन कैंप और स्वास्थ्य कैंप भी लगाया जाएगा। इसमें एक ओर न्यायिक पदाधिकारी थे तो जेल में जेलर सहित टीम के अन्य सदस्य मौजूद थे।

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बेहतर कार्य करने वाले पीएलवी हुए सम्मानित :

बेहतर कार्य करने वाले पीएलवी को कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया गया। इसमें डालसा फ्रंट ऑफिस में कार्यरत विक्की कुमार चौधरी, मांडर की सुमन ठाकुर, बबली कुमारी, रिम्स की पीएलवी अनिता देवी व तमाड़ की पीएलवी नंदा नायक को मोमेंटो, प्रशस्ति पत्र व उपहार देकर पुरस्कृत किया गया।


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