अंगुलियों पर थिरकेगा यातायात, मोबाइल के हाथ होगी स्टेयरिंग
रांची की ट्रैफिक व्यवस्था अब जीपीएएस के माध्यम से कंट्रोल की जाएगी। रांची ट्रैफिक पुलिस इस ओर जोर शोर से प्रयास कर रहा है।
फहीम अख्तर, रांची। राजधानी को जाममुक्त बनाने के लिए पुलिस अब हाइटेक तैयारी करने में जुट गई है। इसके लिए जीपीएस सिस्टम से काम करने वाला एक मोबाइल एप तैयार किया जा रहा है। इस एप के जरिये पुलिस के वरीय अधिकारियों व कंट्रोल रूम को पल-पल की सूचना मिलती रहेगी। एप के अलर्ट से ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को जाम से निजात दिलाने के लिए लगाया जाएगा। पुलिस ने वेबसाइट एक्सपर्ट से भी इससे संबंधित योजना पर चर्चा की है। यह एप गूगल मैप से जीपीएस के जरिये कनेक्ट होगा। एप यह पता लगाने में सक्षम होगा कि किस चौक पर कितनी भीड़ है। आम आदमी भी इस एप के जरिये ट्रैफिक पुलिस को जानकारी दे सकेंगे। एसएसपी अनीश गुप्ता ने इसकी योजना तैयार की है। इस एप को लोगों के एंड्रॉयड मोबाइल में भी स्टोर कराया जाएगा। यह पुलिस की ट्रैफिक सिस्टम पर काम करने वाला पहला एप होगा।
ट्रैफिक पुलिस तुरंत करेगी रिस्पांड ट्रैफिक पुलिस इस एप से मिली सूचना पर तुरंत रिस्पांड करेगी। जाम की स्थिति से निबटने के लिए ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि जिस चौक या स्थल पर जाम लगा है वहां दूसरी जगह के ट्रैफिक पुलिसकर्मी पहुंचकर जाम से निजात दिलाएंगे। इसी तर्ज पर अगर कहीं आग लगने या किसी आकस्मिक घटना होती है तो उसकी सूचना इसी एप से दी जा सकेगी। मौजूदा समय में आग लगने या किसी घटना की सूचना लोग डायल 100 पर देते हैं। ऐसे में कई बार सूचना मिलने में और रेस्क्यू टीम के घटनास्थल तक पहुंचने में वक्त लग जाता है। इमरजेंसी रिस्पास सपोर्ट सिस्टम लागू होने के बाद सही समय पर रिस्पांस किया जा सकेगा।
एकल व्यवस्था से काम करेगा इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम झारखंड में आपातकालीन स्थिति में काम आने वाले हेल्पलाइन नंबर अब अलग-अलग न होकर एक होंगे। वर्तमान में पुलिस हेल्पलाइन के लिए डायल 100 व महिला प्रताड़ना या हिंसा की सूचना देने के लिए 112 इमरजेंसी नंबर का इस्तेमाल होता है। सरकार ने अब इन सभी नंबरों को एक कर इमरजेंसी रिस्पास सपोर्ट सिस्टम दुरुस्त करने का फैसला लिया है। इसके तहत रांची पुलिस भी तैयारी कर रही है। महिला हेल्पलाइन, अग्निशमन और डायल 100 को मर्ज करते हुए इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम को दुरुस्त किया जाएगा। मुसीबत में जब कोई महिला 112 डायल करेगी तो यह जानकारी उसी वक्त पुलिस कंट्रोल रूम तक भी पहुंच जाएगी। ऐसे में कंट्रोल रूम सीधे नजदीकी थाने को सूचना देगा, जिसके बाद टीम मौके पर पहुंचेगी। इसी तरह अन्य आवश्यक नंबरों को भी मर्ज करने की योजना है।
'ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार मेरी प्राथमिकताओं में शामिल है। रांची की ट्रैफिक स्मूथ हो, इसकी कई योजनाएं तैयार की गई हैं। जीपीएस सिस्टम से चलने वाली एप व्यवस्था में सुधार के लिए कारगर साबित होगा।'
-अनीश गुप्ता, एसएसपी रांची।