Tokyo Olympics: दीपिका की हार से झारखंड के खेलप्रेमियों का टूटा दिल, अब एकल से उम्मीदें
Tokyo Olympics Jharkhand News पेरिस में पिछले महीने संपन्न विश्व कप तीरंदाजी चैंपियनशिप में भारतीय टीम की कोच रही पूर्णिमा महतो ने बताया कि अंतिम 16 में कोरिया को अगर यह जोड़ी हरा देती तो हम पदक अवश्य जीतते।
रांची, खेल संवाददाता। टोक्यो ओलिंपिक के मिश्रित युगल में झारखंड की दीपिका कुमारी व प्रवीण जाधव की हार से झारखंड के खेलप्रेमी उदास हो गए हैं। हालांकि अभी दीपिका की एकल स्पर्धा में उम्मीदें कायम हैं। कोरिया के तीरंदाज से 6-2 से पराजित होने के बाद पदक की दौड़ से बाहर हो चुकी भारतीय जोड़ी ने काफी निराशाजनक प्रदर्शन किया।
घर में सुबह चाय पीते दीपिका के पिता।
पेरिस में पिछले महीने ही संपन्न हुए विश्व कप चैंपियनशिप में भारतीय तीरंदाज टीम की कोच रही पूर्णिमा महतो ने बताया कि अंतिम 16 में कोरिया को अगर यह जोड़ी हरा देती तो हम पदक अवश्य जीतते। लेकिन अभी भी दीपिका के पास एक मौका है। पूर्णिमा ने कहा कि इतने बड़े खेल मंच में कौन जीतेगा, यह कहना संभव नहीं है। हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई कि दीपिका एकल में बेहतर प्रर्दशन करेगी।
मंदिर में पूजा करने जाती दीपिका की मां।
मंदिर में पूजा करती दीपिका की मां।
अतानु के साथ जोड़ी ना बनना दुर्भाग्यपूर्ण
राष्ट्रीय कोच हरेंद्र सिंह ने कहा कि दीपिका का अतानु के साथ जोड़ी ना बनना दुर्भाग्यपूर्ण रहा। दीपिका व अतानु इससे पहले ही कोरिया के तीरंदाजों के साथ खेल चुके हैं। दोनों अगर साथ होते तो एक दूसरे का उत्साह बढ़ाते और बेहतर प्रदर्शन करते। लेकिन प्रवीण युवा हैं और वह दबाव झेलने में सफल नहीं रहा। उसके प्रदर्शन को देखकर स्पष्ट लगता है कि कोरियाई खिलाड़ियों के समक्ष वह काफी दबाव में रहा। साथी खिलाड़ी के खराब प्रर्दशन का असर दीपिका पर भी पड़ा।
दीपिका के घर में टीवी पर मैच देखते घर के सदस्य।
घर में पूजा करती दीपिका की मां।
दीपिका की हार से निराश कोमोलिका बारी ने बताया कि अभी भी दीपिका के पास पदक जीतने का मौका है। वह काफी मजबूत है और वापसी करने में चैंपियन है। एकल मुकाबले में वह बेहतर प्रर्दशन करेगी। रांची जिला तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष चंचल भट्टाचार्य ने बताया कि मिश्रित युगल में पदक की उम्मीद थी, पर यह हो नहीं सका। खेल प्रेमियों के साथ हम सभी निराश तो हुए हैं लेकिन एकल मुकाबले में दीपिका बेहतर करेगी, यह उम्मीद है।