बीएयू के तीन वैज्ञानिकों को मिला अंतरराष्ट्रीय अवार्ड, डा. पंकज सेठ झारखंड सेवा रत्न अवार्ड से हुए सम्मानित
BAU Ranchi News Jharkhand News इन तीनों को अंतरराष्ट्रीय फेलो अवार्ड 2021 से सम्मानित किया गया है। विज्ञानियों की इस सफलता पर कुलपति डा. ओंकार नाथ सिंह ने शुभकामना दी। साथ ही कहा कि विवि का मुख्य उद्देश्य नए रिसर्च और डेवलपमेंट को बढ़ावा देना है।
रांची, जासं। पशु चिकित्सा के क्षेत्र में प्रसार शिक्षा के माध्यम से उत्कृष्ट योगदान के लिए बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके), सरायकेला के विज्ञानी (पशुपालन) डा. पंकज सेठ तथा केवीके, गढ़वा की विज्ञानी (पशुपालन) डा. सुषमा ललिता बाखला को अंतरराष्ट्रीय फेलो अवार्ड 2021 से सम्मानित किया गया है। जबकि कृषि कीट विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र, चियांकी, पलामू के कनीय विज्ञानी सह सहायक प्राध्यापक डा. नज़रुसलाम को अंतरराष्ट्रीय आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड 2021 मिला है।
बीएयू के दोनों केवीके विज्ञानी को देहरादून गुरु राम राय विश्वविद्यालय में आयोजित तृतीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में कुलपति डा. यूएस रावत एवं निदेशक (अभियंत्रण एवं तकनीकी संस्थान) डा. गर्ग द्वारा यह अवार्ड प्रदान किया गया। डा. नजरुसलाम को यह अवार्ड आनलाइन माध्यम से मिला। इस अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन उत्तराखंड के एग्रीकल्चरल एंड एनवायरनमेंट टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट सोसाइटी द्वारा आनलाइन एवं आफलाइन माध्यम से किया गया था।
खाद्यान्न सुरक्षा, पर्यावरण सुरक्षा एवं टिकाऊ विकास के लिए कृषि, वानिकी एवं व्यावहारिक विज्ञान के क्षेत्र में वैश्विक पहल विषयक इस कांफ्रेंस में भारत सहित चीन, ईरान, तुर्की, सीरिया, बंगलादेश एवं मलेशिया के करीब 500 विज्ञानी ने भाग लिया। केवीके विज्ञानी डा. पंकज सेठ को विश्व सेवा परिषद्, रांची द्वारा झारखंड में कृषि एवं पशुपालन उद्यमिता विकास के क्षेत्र में विशिष्ट सेवा एवं अमूल्य योगदान हेतु झारखंड सेवा रत्न अवार्ड 2021 से भी सम्मानित किया गया।
विज्ञानियों की इस सफलता पर कुलपति डा. ओंकार नाथ सिंह ने शुभकामना व्यक्त की। साथ ही कहा कि विवि का मुख्य उद्देश्य नए रिसर्च और डेवलपमेंट को बढ़ावा देने की है। इसके बिना हम भविष्य की आने वाली चुनौतियों से नहीं लड़ सकते। अपनी मेहनत से अंतरराष्ट्रीय पटल विवि के नाम को प्रकाशित करने वाले विज्ञानी हमारी शान हैं। निदेशक प्रसार शिक्षा डा. जगरनाथ उरांव एवं अन्य केवीके विज्ञानियों ने भी उन्हें बधाई दी है।