एक लाख के इनामी उग्रवादी उषा किस्कू सहित तीन ने किया आत्मसमर्पण, बाल कैडर के रूप में हुए थे भर्ती Hazaribagh News
Hazaribagh Samachar Jharkhand Crime News उषा और सरिता सोरेन बाल कैडर के रूप में माओवादी में भर्ती हुई थी। हजारीबाग एसपी के समक्ष समर्पण किया। सभी को ओपन जेल भेजा गया है। उषा ने कई कांडों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है।
हजारीबाग, जासं। हजारीबाग में आज तीन उग्रवादियों ने पुलिस के सामने आत्सममर्पण कर दिया है। इनमें एक उग्रवादी उषा किस्कू एक लाख रुपये की इनामी है। हजारीबाग पुलिस अधीक्षक के सामने इन सबने आत्मसमर्पण किया। तीन उग्रवादियों में दो महिला उषा और ममता तथा एक पुरुष नागेश्वर गंजू शामिल हैं। ममता उर्फ संथाली उर्फ सरिता किस्कू आगो थाना क्षेत्र की है और उषा भी उसी के गांव की है। वहीं तीसरा माओवादी नागेश्वर गंजू कटकमदाग का है। 2018 में नागेश्वर ने माओवादी ज्वाइन किया था।
ममता संथाली 2015 से सक्रिय थी। 2009 में उषा किस्को उर्फ उषा संथाली बाल कैडर के रूप में माओवादी में शामिल हुई थी। उनके माता नहीं थी और पिता शराबी थे। इस कारण गांव के कुछ लोग उन्हें अच्छी जिंदगी जीने का बात कह माओवादी में ले गए थे। उषा किस्कू पर राज्य सरकार ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। उषा ने एक दर्जन से अधिक बड़े कांडों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। नागेश्वर गंजू ने 2018 में कटकमदाग थाना के कुसुंबा में आधा दर्जन कोयला लदे ट्रकों को आग के हवाले कर दिया था।
वहीं केरेडारी के घाघरा डैम में भी निर्माण कार्य में लगी मशीनों में आग लगा दी थी। मौके पर आत्मसमर्पण के समय ही इनामी उग्रवादी उषा किस्कू को एक लाख रुपये का चेक दिया गया है। वहीं पुनर्वास नीति के तहत अन्य सभी सुविधाएं इन तीनों माओवादियों को दी जाएगी। हजारीबाग में उग्रवादियों के आत्मसमर्पण का यह पहला मौका है। वहीं एसपी कार्तिक ने 22 माओवादी को प्रेरित कर आत्मसमर्पण के लिए तैयार कराया है।