लोकलुभावन नहीं बल्कि सर्वांगीण विकास व आत्मनिर्भरता वाला है यह बजट : सांसद
रांची के भाजपा सांसद संजय सेठ ने बजट को देश को विकास के मार्ग पर ले जानेवाला है।
जागरण संवाददाता, रांची : रांची के भाजपा सांसद संजय सेठ ने बजट को देश को विकास के मार्ग पर तेजी से दौड़ने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार केंद्र सरकार के साथ तालमेल बनाकर चले तो इस बजट के साथ ही झारखंड का तेजी से विकास होगा।
सांसद ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था चरमरा गई। हर देश आर्थिक संकट से जूझ रहा था। ऐसे में दुनिया के कई देशों ने हथियार बेचना शुरू किया और अपनी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कवायद शुरू की। इस विषम परिस्थिति में भी भारत इकलौता ऐसा देश रहा, जिसने अपने नागरिकों पर एक भी अतिरिक्त कर नहीं लगाया। अतिरिक्त बोझ नहीं डाला। अपनी अर्थव्यवस्था को पटरी पर भी लाया और दुनिया को कोरोना से लड़ने के लिए संजीवनी बूटी वैक्सीन भी उपलब्ध करवाई। यह कोई सामान्य काम नहीं था, यह बड़ा चुनौतीपूर्ण काम था। इतनी बड़ी आबादी का देश, एक-एक नागरिक की हिफाजत, उन पर अतिरिक्त बोझ नहीं डालना, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन से संभव हुआ। लॉकडाउन के दौरान ही प्रधानमंत्री जी ने आत्मनिर्भर भारत का मंत्र दिया। इसका परिणाम हमें देखने को मिला। डा एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत 2020 का जो सपना देखा था, वह सच में 2020 में सफल हुआ। प्रधानमंत्री के आह्वान पर आपदा को अवसर में बदला गया और इसी का परिणाम रहा कि हमारी सेना में तेजस जैसे नए विमान शामिल हुए। हमने दुनिया को जीवन रक्षक दवाएं दीं और अपने देश के लिए भी बहुत सारे कार्य शुरू किए। इन सभी कार्यों की झलक इस नए बजट में दिखती है।
आज से पूर्व के बजट की बात करें तो पूर्व की सरकारों में जब बजट आने वाला रहता था या आता था, तो पहले इसका आकलन किया जाता था कि इस बजट से किस तरह के वर्ग को लुभाया जाएगा। यह बजट किस तरह के वर्ग के लिए खास होगा। बजट के बाद अक्सर ऐसी ही चर्चा होती थी कि इस बजट के माध्यम से किस वर्ग को लुभाने का प्रयास किया गया। सांसद ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जो बजट पेश किया है, यह बजट मोदी सरकार की उपलब्धियों का दस्तावेज भी है।
बजट में केंद्र सरकार ने झारखंड में 69 नए एकलव्य विद्यालय खोलने की घोषणा की है। यह निश्चित रूप से हमारे आदिवासी परिवारों के बच्चों के लिए, उनके सपनों को नए पंख देने के लिए काम करेंगे। इसके अतिरिक्त किसानों की फसलों का एमएसपी बढ़ाकर डेढ़ गुणा करना किसानों के लिए बड़ी सुखद बात है। सांसद ने बताया कि कोरोना वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ का एलान करके सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया कि हर आम जनता के स्वास्थ्य की चिता सरकार को है और कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से अपने देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए सरकार संकल्पित है। रेल के विकास के लिए दीर्घकालिक परियोजना, जहां देश की विकास की गति में नई रफ्तार जोड़ेगा, वही देश में सात टैक्सटाइल पार्क का निर्माण हमें कपड़ा उद्योग के क्षेत्र में विश्वव्यापी पहचान दिलाएगा। कुल मिलाकर कहें तो यह बजट इस देश के किसानों, मजदूरों से लेकर विद्यार्थियों, महिलाओं के लिए है यानी हम कह सकते हैं कि बजट में परिवार के हर व्यक्ति की चिता है। देश के हर नागरिक की चिता है।