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Indian Railways: चलती ट्रेन में पार्सल से उड़ाया 30 लाख का सामान; जानें रेल का खेल

Indian Railways. हटिया स्टेशन आने वाली ट्रेनों में पार्सल यान से चोरी का मामला सामने आया है। एलटीटी-हटिया ट्रेन से चोरों ने 30 लाख रुपये का सामान उड़ा लिया।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Tue, 30 Apr 2019 08:24 PM (IST)Updated: Wed, 01 May 2019 10:39 AM (IST)
Indian Railways: चलती ट्रेन में पार्सल से उड़ाया 30 लाख का सामान; जानें रेल का खेल
Indian Railways: चलती ट्रेन में पार्सल से उड़ाया 30 लाख का सामान; जानें रेल का खेल

रांची, जेएनएन। Indian Railways -  ट्रेनों के पार्सल यान से चोरी थमने का नाम नहीं ले रही है। हटिया स्टेशन आने वाली ट्रेनों में एक बार फिर पार्सल यान से चोरी का मामला सामने आया है। इस बार एलटीटी-हटिया ट्रेन को चोरों ने अपना शिकार बनाया और 30 लाख रुपये का सामान चलती ट्रेन से उड़ा लिया। चोरों ने बड़ी ही सफाई से कटर की मदद से लोहे की शीट को काटकर सामान उड़ा लिया।

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पार्सल यान से इलेक्ट्रॉनिक सामान, कपड़े और आर्टिफिशियल ज्वेलरी की चोरी हुई है। आशंका जताई जा रही है कि पार्सल यान में चोरी की रणनीति महाराष्ट्र से ही बनाई गई थी, जिसे देर रात अंजाम दिया गया। चोरों ने चोरी के लिए रात का समय चुना, साथ ही लंबी दूरी की दो स्टेशनों के बीच घटना को अंजाम दिया।

इधर, मामला दूसरे मंडल का होने के कारण रेलवे भी इस मामले में टालमटोल कर रहा है। इसकी सूचना रेल प्रशासन को उपलब्ध करा दी गई है। तीन वर्षों में चोरों ने 44 घटनाओं को अंजाम दिया है। हालांकि, कुछ महीनों से चोरी में कमी आई है।

कम उम्र के लड़कों का हाथ
इस मामले में कम उम्र के लड़के चोरी को अंजाम दे रहे हैं। छह माह पहले आरपीएफ ने चोरों का एक गैंग पकड़ा था। इस गैंग में कुल 13 युवक शामिल थे, जिनकी उम्र 20-25 वर्ष के बीच की थी। घटनाएं फिर भी नहीं रुकीं। इससे लगता है कि गिरोह काफी बड़ा है या एक से अधिक गिरोह लोग इसमें सक्रिय हैं।

मुगलसराय क्षेत्र में होती थी सर्वाधिक चोरी
अब तक चोरों का गिरोह मुगलसराय क्षेत्र में ज्यादा सक्रिय था। इस दिशा में जाने वाली ट्रेनों को सर्वाधिक निशाना बनाया था। इसके पूर्व चोर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, अजमेर शरीफ और स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस के पार्सल यान में चोरी की सर्वाधिक घटनाओं को अंजाम देते थे। पिछले कुछ बार से दक्षिण दिशा से आने वाली ट्रेनों में घटना को अंजाम दिया जा रहा है।

50 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से होती है भरपाई
पार्सल भेजने वाले भुक्तभोगी को सिर्फ 50 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से भरपाई होती है। यह व्यवस्था पिछले कई वर्षों से चली आ रही है। हाथी की चोरी होने पर छह हजार और घोड़ा की चोरी होने पर सिर्फ तीन हजार रुपये दिए जाते हैं।

एलटीटी-हटिया ट्रेन में रांची के व्यापारियों का सामान मुंबई से मंगवाया गया था। लेकिन बीच रास्ते में ही चोरों ने बोगी का शीट काटकर 30 लाख रुपये का सामान चोरी कर लिया। -मनीष कुमार, लीज होल्डर, पार्सल डिपार्टमेंट।

घटना सही है। एक एलटीटी-हटिया ट्रेन में चोरों ने घटना को अंजाम दिया गया। मामले की छानबीन की जा रही है। प्रारंभिक सूचना यही है कि घटना को दूसरे मंडल में अंजाम दिया गया है। -नीरज कुमार, सीपीआरओ, रांची रेल मंडल।


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