नहीं रहे बेड़ो के कवि रत्न नईमुद्दीन मिरदाहा, शोक की लहर
बेड़ो प्रखंड के कादोजोरा गांव निवासी 85 वर्षीय कवि रत्न नईमुद्दीन मिरदाहा का निधन शुक्रवार को हो गया।
बेड़ो : बेड़ो प्रखंड के कादोजोरा गांव निवासी 85 वर्षीय कवि रत्न नईमुद्दीन मिरदाहा का निधन शुक्रवार की सुबह करीब 8.00 बजे ह्रदयगति रुकने से हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। इनका जन्म 19 जून 1936 को कादोजोरा गाव में हुआ था। उनके आठ बेटे व तीन बेटिया हैं। वे कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। जानकारी के अनुसार उन्हें हार्ट अटैक हुआ था। उनका इलाज घर पर ही चल रहा था। अंतिम संस्कार कोविड-19 के मद्देनजर सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस के तहत उनके पैतृक निवास कादोजोरा गाव स्थित कब्रिस्थान में किया गया। उन्हें दर्जनों पुरस्कार व सम्मान से सम्मानित किया गया था। इसमें बिहार के तत्कालीन राज्यपाल वेंकट सवैया ने 14 अगस्त 1985 को फिल्म विहान मैं उन्हें ओपनिंग सांग के लिए राची स्थित मेकॉन रेस्ट हाउस में प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया था। बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने 15 अगस्त 1996 को राष्ट्रभाषा परिषद पटना बिहार की ओर से विधानसभा के सभागार में आयोजित समारोह में उन्हें गीतकार, कहानीकार, लोक भाषा साहित्य पुरस्कार के साथ-साथ 7000 की राशि देकर सम्मानित किया था। आठ फरवरी 2013 को झारखंड के तत्कालीन मंत्री सुदेश कुमार महतो ने नागपुरी भाषा परिषद की ओर से उन्हें प्रफुल्ल सम्मान देकर सम्मानित किया था। झारखंड के तत्कालीन कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने वर्ष 2002 में लोक सेवा समिति राची के तत्वावधान में आहूत एक समारोह में उन्हें सम्मानित किया था। इतना ही नहीं वर्ष 2014 में दूरदर्शन राची के स्थापना दिवस के अवसर पर उन्हें लोक गायक सम्मान व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मधुर व मितभाषी होने के कारण रसखान की उपाधि से भी नवाजा गया। इसके अलावा उन्हें और भी सम्मानों से नवाजा गया था।