सेना में भर्ती होना चाहती थी नाबालिग, रांची में सुबह दौड़ने गई और दरिदों के चुंगल में फंस गई
Ranchi News सोमवार की सुबह तीन युवतियां सेना में भर्ती की चाहत लिए सुबह-सुबह दौड़ने के लिए निकली तभी एक कार में बैठे कुछ युवक उनका पीछे करने लगे। लड़कों को पीछा करते देख तीनों लड़कियां भागने लगी। दो युवतियां तो भागने में कामयाब हो गई
रांची, जागरण संवाददाता। देश में एक तरफ महिला सशक्तिकरण की बात होती है, महिलाओं की सुरक्षा और उनके मान सम्मान की रक्षा करने का दम तो देश के तमाम प्रदेशों की सरकारें भरती है। लेकिन सरकार के दावों पर सवाल तब खड़ा हो जाता है, जब अपनी हवस में चूर कुछ मनचले एक नाबालिग को सरेराह उठाकर उसकी इज्जत को तार-तार कर देते हैं और सरकार के दावों और कानून के राज को अपने पैरों तले चूर-चूर कर देते हैं।
कानून के राज पर सवाल
एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसने ना सिर्फ इंसानियत को शर्मसार कर दिया है, बल्कि झारखंड में कानून के राज के दावे पर भी एक बड़ा सवालिया निशान लगा दिया है। ताजा मामला झारखंड की राजधानी रांची का है, जहां सुबह-सुबह सेना में भर्ती की चाहत लिए दौड़ने के लिए निकली एक नाबालिग को बहसी दरिंदों ने अपने हवस का शिकार बना लिया।
दरिदों की चुंगल में फंसी नाबालिग युवती
दरअसल, सोमवार की सुबह तीन युवतियां सेना में भर्ती की चाहत लिए सुबह-सुबह दौड़ने के लिए निकली, तभी एक कार में बैठे कुछ युवक उनका पीछे करने लगे। लड़कों को पीछा करते देख, तीनों लड़कियां भागने लगी। दो युवतियां तो भागने में कामयाब हो गई, लेकिन एक नाबालिग लड़की उन दरिदों के चुंगल में फंस गई।
सुनसान जगह ले जाकर नाबालिग से किया दुष्कर्म
कार में सवार तीनों दरिदों ने नाबालिग को कार में बैठाया और सुनसान जगह लेकर गए, जहां बारी-बारी से तीनों ने लाबालिग की इज्जत को तार-तार कर दिया। किसी तरह युवती उनके चुंगल से निकली और परिजनों के इसकी सूचना दी। जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा।
पुलिस ने तीनों आरोपी और कार को किया बरामद
वहीं मामले की गंभीरता को समझते हुए प्रशासन तुरंत एक्शन में आई और महज कुछ घंटों के अंदर तीनो आरोपी और गाड़ी को बरामद कर लिया। फिलहाल तीनों युवकों के नाम का खुलासा पुलिस ने नहीं किया है। पुलिस का कहना है कि मामले को लेकर आरोपियों से पूछताछ जारी है, और पूछताछ के बाद तमाम बातों का खुलासा किया जाएगा। साथ ही पुलिस उन दोनों युवतियों से भी पूछताछ कर रही है, जो पीड़िता के साथ सुबह दौड़ने गई थी।