बच्चों में संस्कार के संचार से होगा राज्य के भविष्य का निर्माण
दैनिक जागरण की ओर से यूके पब्लिक स्कूल में संस्कारशाला कार्यक्रम का आयोजन किया गया। निदेशक ने कहा कि बच्चों में संस्कार चाहिए।
जागरण संवाददाता, रांची : भावी पीढ़ी में संस्कारों को बढ़ाने के लिए दैनिक जागरण की ओर से शहर के स्कूलों में संस्कारशाला कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। गुरुवार को यूके पल्बिक स्कूल बूटी मोड़ में इसका आयोजन किया गया। इस आयोजन में बच्चों और स्कूल के शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यशाला में स्कूल की निदेशिका डॉ. अनु ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों में संस्कार के संचार से ही राज्य के भविष्य का निर्माण होगा। घर और स्कूल में नैतिक शिक्षा का महत्वपूर्ण स्थान है। सड़क पर चलने के समय भी हमारे संस्कार की पहचान हो जाती है। हमें सड़क पर चलते हुए लोगों की मदद करनी चाहिए। बच्चों को परिवहन नियम का पालन भी जरूर करना चाहिए। कोई भी काम दूसरों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए करना चाहिए
कार्यशाला में मुख्य वक्ता ऋषभ आनंद ने बताया कि बच्चों को ये समझना चाहिए की जो वो कर रहे हैं वो ही सही नहीं है। उससे किसी को कष्ट हो सकता है। हमें कोई भी काम दूसरों की सुविधा को ध्यान में रखकर करना चाहिए। उन्होंने बताया कि कई बच्चे स्कूल से घर जाते समय रास्ते में एक दूसरे को धक्का देते हैं। ये हमारे संस्कार में नहीं है। बच्चों को माता पिता और शिक्षकों की सलाह से सभी बुरी आदतों का त्याग कर देना चाहिए। माता-पिता की बात माननी चाहिए
ऋषभ आनंद ने कहा कि स्कूलों में नैतिक शिक्षा पढ़ाई जाती है मगर ये शिक्षक और बच्चों की जिम्मेदारी है कि उसे अपने जीवन में उतारकर इस्तेमाल करें। हमें माता पिता के चरण र्स्पश करने की सलाह दी जाती है। मगर इसके साथ हमें उनकी इज्जत भी करनी चाहिए, उनकी बात माननी चाहिए। कार्यशाला में दैनिक जागरण में प्रकाशित एक प्रेरक कहानी सुनाई गयी। इसके बाद छात्रों से उससे जुड़े चार सवाल पूछे गये, जिसका सही जवाब वेदिका पांडे, प्रियांशु कुमारी, निशांत, आयुष, शुभम, अग्रनि राशि, माही, और अदिति ने दी।