स्कूल की जमीन को अतिक्रमित कर हो रहे निर्माण कार्य को रुकवाया
अनगड़ा मध्य विद्यालय चिलदाग की जमीन पर अतिक्रमण कर किए जा रहे निर्माण कार्य को मंगलवार को
अनगड़ा : मध्य विद्यालय चिलदाग की जमीन पर अतिक्रमण कर किए जा रहे निर्माण कार्य को मंगलवार को अनगड़ा अंचल पदाधिकारी देवप्रिया मां ने रुकवा दिया। सीओ ने बताया कि पूर्व से ही उक्त भूखंड के स्वामित्व को लेकर विवाद चल रहा है। धारा 144 लागू होने के बावजूद जबरन निर्माण कार्य किया जा रहा था। इस मामले का जबतक निपटारा नहीं होता है किसी भी तरह का निर्माण कार्य बंद रहेगा। ज्ञात हो कि वर्मतान में उक्त जमीन की कीमत करीब छह करोड़ रुपये है। इस जमीन पर पहले से ही कई भू-माफिया की नजर है। हाल ही में झारखंड सरकार ने सरकारी स्कूलों की जमीन पर किए गए अतिक्रमण को मुक्त कराने का आदेश दिया था।
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सूरजनाथ चौधरी ने दी थी जमीन स्कूल को दान
चिलदाग निवासी सूरजनाथ चौधरी ने वर्ष 1955 में खाता नंबर 123, प्लॉट नंबर 1874, रकबा 1.19 एकड़ भूमि को स्कूल के नाम दान दी थी। भूखंड आदिम जाति सेवा मंडल के नाम पर दान दी गई। पर, चिलदाग निवासी नसीम अंसारी वगैरह का कहना है कि उक्त जमीन को उनके पूर्वजों ने खरीदी थी। बाद में उक्त जमीन को कई डीड के माध्यम से अनेक लोगों को खरीद-बिक्री की गई। पिछले कई माह से उक्त भूखंड पर नसीम अंसारी वगैरह के द्वारा निर्माण कराया जा रहा है।
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प्रबंध समिति ने की थी जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग
इस मामले में 7 मार्च 2020 को विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक में स्कूल की जमीन पर किए गए अतिक्रमण को मुक्त कर सीमाकन कराने की माग की गई थी। बाद में इस मामले को लेकर अनगड़ा अंचल कार्यालय को भी आवेदन सौंपा गया था। इधर, स्कूल की प्रभारी शिक्षिका लोटेम रायम केरकेटटा द्वारा दो अलग-अलग आवेदन दिए जाने से मामले पेचीदा हो गया है। 7 मार्च को प्रभारी शिक्षिका ने अंचल कार्यालय अनगड़ा को आवेदन देकर उक्त भूखंड का सीमाकन कराने व अतिक्रमण से मुक्त कराने की माग की गई थी। करीब तीन माह बाद फिर से प्रभारी शिक्षिका ने अनगड़ा अंचल को एक आवेदन दिया। इसमें 7 मार्च को दिए गए आवेदन पर कार्रवाई नहीं करने की माग की गई। प्रभारी शिक्षिका द्वारा एक ही मामले में दो तरह के आवेदन दिए जाने से मामला फंस गया।
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दोनों पक्षों को बुलाया गया है, जल्द मामले का होगा निपटारा
अंचल पदाधिकारी मा देवप्रिया ने बताया कि मामला थोड़ा उलझा हुआ है। इस मामले में दोनों पक्षों को बुलाया गया है। लगातार सुनवाई करके मामले का निपटारा कर दिया जाएगा। इधर, प्रभारी शिक्षिका लोटेम रायम केरकेट्टा ने बताया कि ग्रामीणों के दबाव में आकर पहला आवेदन दिया था। बाद में जमीन खरीदने वाले ने डीड व रसीद सहित अन्य कागजात दिखाया, तो अंचल कार्यालय अनगड़ा को दूसरा आवेदन देकर कार्रवाई नही करने की माग की।