टेरर फंडिंग : बीजीआर के जीएम रघुराम रेड्डी का बंगला सील, बीएमडब्ल्यू-लैंड रोवर भी कब्जे में
नक्सली संगठनों से गठजोड़ के मामले में एनआइए की टीम ने हजारीबाग में बीजीआर कंपनी के हेड रघुराम रेड्डी के बंगले को सील कर दिया है।
रांची, जेएनएन। टंडवा सहित कई अन्य जगहों पर कार्यरत कोयला कंपनियों की नक्सली संगठनों से गठजोड़ के जांच की आंच हजारीबाग तक पहुंच गई है। मंगलवार को एनआइए की तीन सदस्यीय टीम हजारीबाग के हुरहुरू बाबा पथ स्थित बीजीआर कंपनी के हेड रघुराम रेड्डी के किराए के बंगले में उन्हें खोजने पहुंची। यह कंपनी पूर्व में टंडवा के आम्रपाली परियोजना में काम कर चुकी है।
वहां कंपनी पर टीपीसी (तृतीय प्रस्तुति कमेटी) से साठगांठ का आरोप लगा था। रामगढ़ के भुरकुंडा में भी बीआरजी कंपनी के मैनेजर की भी हत्या कर दी गई थी। जबकि इसी कंपनी के ट्रांसपोर्टिंग से जुड़े आजसू नेता सतीश सिन्हा को भी उनके ही कार्यालय में गोली मारी गई थी। ये दोनों मामले भी लेवी से जुड़े बताए जाते हैं।
एनआइए की टीम स्थानीय निवासी दीनानाथ गोप के घर पहुंची जहां, रघुराम रेड्डी ने किराए का बंगला ले रखा था। फोन पर संपर्क करने के बाद रेड्डी ने अपने आप को आंध्रपदेश में बताया। उनकी अनपुस्थिति में टीम ने उनके बंगले को सील कर दिया है। रेड्डी के लौटने के बाद एनआइए सील खोल कर घर की तलाशी लेगी।
कई जगहों पर आउटसोर्सिंग का काम करती है बीजीआर : रघुराम रेड्डी के देखरेख में बीआरजी की यह कंपनी टंडवा के अलावा तापीन, चरही गिद्दी आदि कई स्थानों पर आउटसोर्सिंग का काम करती रही है। पिछले दो-तीन साल से कोयला कंपनी और नक्सली संगठन टीपीसी का गठजोड़ सामने आने के बाद सरकार ने जांच का जिम्मा एनआइए को दिया है।
एनआइए के निशाने पर टीपीसी के अलावा कोयला कंपनी के लोग है। इनमें एक रघुराम रेड्डी भी है। टीम के आने के बाद घर में रखे कागजात और जांच प्रभावित न हो इसके मद्देनजर ही एनआइए ने घर को सील कर दिया है। एनआइए की टीम के साथ सदर थाना प्रभारी नीरज कुमार ङ्क्षसह, बड़ा बाजार ओपी के रमेश ङ्क्षसह सहित जिला बल की टीम शामिल थी। पूरे दिन एनआइए की हजारीबाग आगमन को लेकर चर्चा चलता रहा।
दो करोड़ रुपये की कार बीएमडब्ल्यू व लैंड रोवर को किया सील : एनआइए की टीम ने रघुराम रेड्डी के आवास से उनकी बीएमडब्ल्यू व लैंड रोवर कार को सील कर वहीं रख छोड़ा है। दोनों कारों की कीमत दो करोड़ से ऊपर बताई जाती है।