लालू से बिना मिले रांची से पटना लौटे तेजस्वी, जेलर ने अगले शनिवार को बुलाया
Tejashwi Yadav in Ranchi. बीते दिन रिम्स में डेढ़ घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद तेजस्वी यादव अपने पिता लालू प्रसाद यादव से मिलने के लिए रात में रेडिशन ब्ल्यू होटल में रुकेथे।
रांची, जासं। रांची के रिम्स में भर्ती चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से बिना मिले ही उनके छोटे बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव रविवार को रांची से पटना वापस लौट गए हैं। तमाम प्रयासों के बावजूद बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल के जेलर ने उन्हें लालू से मुलाकात की इजाजत नहीं दी। लिहाजा उन्होंने अगले शनिवार को मुलाकात की अर्जी लगाई और वापस पटना रवाना हो गए।
रांची के रेडिशन ब्ल्यू होटल में तेजस्वी ने रात्रि विश्राम किया। सुबह जेल सुपरिंटेंडेंट से बातचीत के बाद बताया कि उन्हें अगले शनिवार को लालू प्रसाद यादव से मिलने की अनुमति दी गई है। पुलिस-प्रशासन लालू का इलाज भी प्रभावित कर रहा है। तेजस्वी ने कहा कि मोबाइल का शोर मचाकर उनके सुरक्षाकर्मियों का तबादला कर दिया गया है। उनके पिता के खिलाफ साजिश हो रही है।
रेडिशन ब्ल्यू होटल में मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि लालू प्रसाद के चुनाव में नहीं होने से जनता में खासा आक्राेश है। लोग गुस्से में हैं। लालू के सशरीर चुनावी रण में नहीं रहने से लोग उनके विचार से उद्वेलित हो रहे हैं। इस चुनाव में जनता सबका हिसाब कर देगी। बाद में यहां से वापस तेजस्वी पटना के लिए निकल गए।
बता दें कि बीते दिन तेजस्वी को रिम्स में लालू से मिलने से पुलिस ने रोक दिया था। इससे यहां काफी देर तक पुलिस से उनकी कहासुनी के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा चला। नियत समय पांच बजे तक मुलाकाती के मिलने का हवाला देते हुए सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बैरंग लौटा दिया था। तब तेजस्वी ने झारखंड प्रशासन के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव को उपर के इशारे पर मेंटल टार्चर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मेरे पिता के साथ अच्छा व्यवहार नहीं हो रहा है। उनका इलाज, उनकी बीमारी की जांच, एक्सरे, इकोकार्डियोग्राफी आदि को भी प्रभावित किया जा रहा है। हमारे साथ अन्याय हाे रहा है। तेजस्वी यादव शनिवार को झारखंड के पलामू में राजद प्रत्याशी घूरन राम के समर्थन में जनसभा कर रांची लौटे थे।