Move to Jagran APP

रिम्स में सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैयार होगी टीम, ट्रामा सेंटर होगा दुरुस्त

रिम्स में ट्रामा सेंटर को पूरी तरह फंक्शनल करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। रिम्स में ट्रामा सेंटर भी चलेगा। इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Dec 2018 06:31 AM (IST)Updated: Thu, 06 Dec 2018 06:31 AM (IST)
रिम्स में सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैयार होगी टीम, ट्रामा सेंटर होगा दुरुस्त
रिम्स में सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैयार होगी टीम, ट्रामा सेंटर होगा दुरुस्त

जागरण संवाददाता, रांची : रिम्स में ट्रामा सेंटर को पूरी तरह फंक्शनल करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। साथ ही अस्पताल में सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम भी तैयारी की जाएगी। इसके लिए मुख्यमंत्री के स्तर पर भी निर्देश मिला है। इसमें स्वास्थ्य विभाग के सचिव और अन्य अधिकारियों का सहयोग मिल रहा है। कहां-कहां जरूरत है, इसकी जानकारी ली जा रही है। यह बात रिम्स के नए निदेशक डॉ. डीके सिंह ने रिम्स में पदभार संभालने के बाद बुधवार को कही।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि पूरे देश में दुर्घटनाओं के मामले बढ़े हैं। ऐसे में गंभीर रूप से घायलों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जो चिंताजनक है। इसका सबसे बड़ा कारण ड्राइविंग के समय लापरवाही बरतना है। अगर थोड़ी सी समझदारी दिखाई जाए, तो हादसों की संख्या को कम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि उन्हें बीएचयू में ट्रामा सेंटर को पूरी तरह फंक्शनल बनाने का अनुभव है, जिसका उपयोग वह यहां पर करेंगे। डीके सिंह ने बताया कि उन्हें क्रिटिकल केयर का विशेष अनुभव रहा है। पूरे देश में ट्रामा सेंटर विकसित करने को लेकर गठित एक्सप‌र्ट्स कमिटी के वह एकमात्र एनस्थेसिस्ट थे, जिन्हें क्रिटिकल केयर की भी विशेषज्ञता हासिल हुई।

रोस्टर क्लियरेंस को लेकर करेंगे बैठक : डॉ. डीके सिंह ने कहा कि रिम्स में नियुक्ति की प्रक्रिया बढ़ायी जाएगी। इसके लिए संबंधित विभागों और एजेंसियों के साथ बैठक की जाएगी। जिससे जहां जिन जगहों पर जरूरत है, उन्हें समय पर भरा जा सके।

डॉक्टर भी इसी समाज का अंग : रिम्स में अक्सर होने वाले विवादों को लेकर डॉक्टर सिंह ने कहा कि चिकित्सक भी इसी समाज के अंग हैं। चिकित्सक और मरीज के बीच बेहतर संबंध होना चाहिए। एक्सीलेंस इन आइसोलेशन नहीं हो सकता है।

सेवाभाव से अपनाएं चिकित्सा सेवा : डॉ. सिंह ने कहा कि चिकित्सकों को सेवाभाव से ही एक संन्यासी की तरह इस पेशे में आना चाहिए। तभी वह दूसरों की उम्मीदों पर खरा उतर पाएंगे। इसके लिए खुद में निरंतर सुधार लाना होगा। लालू के इलाज में नहीं होगी परेशानी : डॉ. डीके सिंह ने कहा कि जल्दी ही रिम्स में पीआरओ की भी नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद का एक मरीज के तौर पर नियमानुसार इलाज किया जाएगा। साथ ही देखा जाएगा कि उन्हें कोई परेशानी नहीं हो। मरीजों को केंद्र में रखकर होगा काम : डॉ. डीके सिंह ने बताया कि रिम्स झारखंड का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां काफी इंफ्रास्टक्चर है। मरीजों को केंद्र में रखकर ही सभी कार्य किए जाएंगे। मरीजों की संख्या हर जगह बढ़ी है। केंद्र और राज्य सरकार का सहयोग मिल रहा है। मरीजों से जुड़ी नीतियों को लेकर ही कार्य किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.