Jharkhand Government Schools: फिर वही कहानी, सत्र नया-किताबें पुरानी
Books Not Available in Government Schools. सोमवार से नया सत्र शुरू हो गया है। लेकिन बच्चे बिना किताब स्कूल पहुंचे हैं। अब अगले माह से ही बच्चों को मिल पाएंगी नई किताबें।
रांची, राज्य ब्यूरो। सरकारी स्कूलों में भी बच्चों को निजी स्कूलों की तरह सुविधाएं देने की बड़ी-बड़ी बातें होती हैं, लेकिन व्यवस्था पुराने ढर्रे पर ही चलती रहती है। बच्चों को किताबें उपलब्ध कराने में कुछ ऐसा ही होता है। सरकारी स्कूलों में सोमवार से नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो रहा है। लेकिन बच्चे बिना किताब ही स्कूल पहुंचेंगे, क्योंकि अभी हाल ही में किताबों के प्रकाशन के लिए वर्क आर्डर ही जारी हुआ है।
उम्मीद है कि बच्चों को अगले माह से ही नई किताबें मिल पाएंगी। तबतक बच्चों को दूसरे विद्यार्थियों की पुरानी किताबों से ही काम चलाना पड़ेगा। सरकारी स्कूलों में सर्व शिक्षा अभियान (अब समग्र शिक्षा अभियान) के तहत कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को निश्शुल्क किताबें दी जाती हैं। इस वर्ष से राज्य सरकार ने कक्षा नौ से बारह के लिए भी किताबें प्रकाशित कर देने का निर्णय लिया है।
इनमें से चार कक्षाओं पहली, तीसरी, सातवीं तथा आठवीं के लिए किताबों के प्रकाशन का मामला आचार संहिता में फंस गया था। भारत निर्वाचन आयोग की स्वीकृति के बाद हाल ही में किताबें छापने के लिए वर्क आर्डर जारी हो सका है। बताया जाता है कि अन्य कक्षाओं के लिए भी फरवरी माह के अंत में वर्क आर्डर जारी हुआ है। प्रकाशक किताबों के प्रकाशन के लिए दो से तीन माह का समय लेते हैं। बता दें कि इस बार किताबों के प्रकाशन के लिए आठ प्रिंटर्स को जिम्मेदारी दी गई है।