Move to Jagran APP

बैंकों में लटके रहे ताले, डाक सेवाएं भी प्रभावित

Bank Strike. सेंट्रल ट्रेड यूनियन के आह्ववान पर बुलायी गई दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन मंगलवार को एसबीआई को छोड़कर सभी बैंक हड़ताल पर हैं।

By Edited By: Published: Tue, 08 Jan 2019 07:06 AM (IST)Updated: Tue, 08 Jan 2019 02:50 PM (IST)
बैंकों में लटके रहे ताले, डाक सेवाएं भी प्रभावित
बैंकों में लटके रहे ताले, डाक सेवाएं भी प्रभावित

रांची, जेएनएन। सेंट्रल ट्रेड यूनियन के आह्ववान पर बुलायी गई दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के कारण मंगलवार को एसबीआई को छोड़कर बाकी सभी बैंक बंद रहे। इस दौरान डाक सेवाएं भी बुरी तरह प्रभावित रहीं। यहां कर्मियों की हड़ताल बुधवार को भी जारी रहेगी। कामबंदी के क्रम में लेन-देन समेत अन्य सभी काम बैंक में बाधित रहे। बैंक इम्प्लॉय फेडरेशन (बेफी) के सचिव एमएल सिंह ने कहा कि एसबीआई को छोड़कर बाकी सभी बैंकों में लेन-देन सहित अन्य कामकाज पूरी तरह से ठप है।

loksabha election banner

इसके अलावा ऑल इंडिया इंश्योरेंस इम्प्लॉय एसोसिएशन, ऑल इंडिया एलआईसी इम्प्लॉय फेडरेशन, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, रिजर्व बैंक, कोऑपरेटिव बैंक के कर्मी भी हड़ताल पर रहेंगे। विभिन्न बैंकों की क्षेत्रीय कार्यालयों के समक्ष करेंगे प्रदर्शन हड़ताल के दौरान यूनियन में शामिल बैंक कर्मी मंगलवार और बुधवार को सुबह बैंकों के क्षेत्रीय कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करेंगे। वहीं इस दौरान वे सरकार के विरोध में नारे भी लगाएंगे। पहले दो बार सांकेतिक हड़ताल कर चुके हैं बैंक कर्मी इससे पहले 21 व 26 दिसंबर को यूनियन के कर्मी सांकेतिक हड़ताल पर गए थे। जिसके कारण राज्यभर के बैंक बंद थे और जिसके कारण ग्राहकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था।

हड़ताल से पूर्व निकाला जूलूस

हड़ताल की पूर्व संध्या पर बैंक, बीमा, परिवहन, कोयला, निर्माण और बड़ी संख्या में सेल्स प्रमोशन के कर्मियों ने सोमवार को रांची विवि से लेकर अल्बर्ट एक्का चौक तक मशाल जुलूस निकाला और अपना विरोध जताया। मौके पर एटक के पीके गांगुली, सीटू के प्रकाश विप्लव और एक्टू के शुभेन्दू सिंह व अन्य संगठनों के नेतृत्वकर्ता मौजूद रहे।

क्या है बैंक कर्मचारियों की मुख्य मांगें

-रिटायर बैंक कर्मचारियों का न्यूनतम पेंशन 6 हजार किया जाए

-न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपये सुनिश्चित की जाए

- रिक्त पोस्टों पर नई बहाली हो -बैंकों में आउटर्सोसिंग बंद हो

-सार्वजनिक क्षेत्र, बैंक, बीमा व क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को बेचना बंद किया जाए

-सभी श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाए

-विलफुल डिफॉल्टर को गिरफ्तार कर उनकी संपत्ति जब्त की जाए डाक विभाग में भी नहीं होगा कोई काम दो दिवसीय हड़ताल के दौरान डाक सेवाएं भी प्रभावित रहने वाली है।

ऑल इंडिया पोटस्ल इम्प्लॉय एसोसिएशन के प्रांतीय सचिव गौतम विश्वास ने बताया कि मुख्य डाकघर, जीपीओ समेत डाक विभाग के एसओ बंद रहेंगे। जिसके कारण सभी डाक सेवाएं प्रभावित रहेंगी। गौतम विश्वास ने बताया कि इस दौरान करीब शहर में तृतीय वर्ग के 6 हजार डाक कर्मी काम नहीं करेंगे। वहीं इस दौरान डाक विभाग का करीब 1 करोड़ का लेन-देन प्रभावित होगा। बता दें कि हड़ताल में अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ के सदस्य भाग नहीं ले रहे हैं। कौन-कौन सी डाक सेवाएं होंगी प्रभावित लेन-देन, बचत बैंक, पार्सल, मनी ऑर्डर, स्पीड पोस्ट, पोस्ट शॉपी व आरएमएस से संबंधित अन्य सेवाएं।

डाक कर्मियों की ये हैं मांगें

-नई पेंशन योजना खत्म करके पुरानी बहाल की जाए

-ग्रामीण डाकसेवकों को नियमित की जाए

-रिक्त पदों पर बहाली की जाए

-केंद्रीय कर्मचारियों को कार्यकाल के दौरान पांच बार पदोन्नति दी जाए

-समान काम के लिए समान वेतन

-सातवें वेतन आयोग के न्यूनतम वेतन फॉर्मूला पर संशोधन किया जाए

केन्द्रीय कर्मी भी रहेंगे हड़ताल पर मंगलवार और बुधवार को केंद्रीय कर्मचारी महासंघ के कर्मचारी भी अपनी दस सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर रहेंगे। जिनमें सामान काम के लिए सामान वेतन, पुराने पेंशन नियम को खत्म करने सहित अन्य मांगे शामिल है। ये हैं केंद्रीय कर्मियों की मुख्य मांगें नेशनल पेंशन स्कीम को खत्म किया जाय तथा ओल्ड पेंशन स्कीम लागू किया जाय न्यूनतम वेतन के साथ-साथ 1 जनवरी 2016 के बाद से आवास भत्ता के बकाया राशि का भुगतान किया जाय ग्रामीण डाक सेवकों को केंद्रीय सिविल सर्विस का दर्जा दिया जाय समान काम का समान वेतन लागू किया जाय रेलवे प्रतिरक्षा मंत्रालय में एफडीआई खत्म किया जाय। अनुकम्पा के आधार पर रोजगार में 5 प्रतिशत सीमा को समाप्त किया जाय

आज मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन करेगा यूनियन

हड़ताल को सफल बनाने के लिए हटिया कामगार यूनियन ने एचईसी विभिन्न प्लांटों के गेट के समक्ष आमसभा की और हड़ताल को सफल बनाने के लिए उन्होंने कर्मियों से समर्थन भी मांगा। यूनियन ने कहा कि वह एचईसी मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन करेंगे।

हड़ताल को इनका भी समर्थन

हड़ताल का सीपीआई एम-एल हुल झारखंड क्राति दल, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ ट्रेड यूनियन(न्यू) झारखंड, झारखंड लाल झडा मजदूर यूनियन, कोल माईन्स पीस रेटेड वर्कर्स एसोसिएशन और झारखंड(बिहार) कोल माईन्स लाल झडा मजदूर यूनियन ने भी समर्थन दिया है।

एचईसी प्रबंधन ने कर्मियों से की अपील, मांगा सहयोग

एचईसी प्रबंधन ने अपने कर्मियों से अपील की है कि वे धरना-प्रदर्शन सहित अन्य ऐसी गतिविधियों का हिस्सा न बनें, जिससे उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़े। साथ ही इससे ग्राहकों एवं आपूर्तिकर्ताओं के समक्ष एचईसी की साख गिरती है। इस मसले पर एचईसी प्रबंधन ने विभिन्न यूनियनों से वार्ता की है और उनसे सहयोग मांगा है। प्रबंधन ने कर्मियों से अपील की है कि ऐसा कोई भी कार्य न करें, जिससे निगम को, स्वयं और वित्तीय सहित अन्य परेशानियां खड़ी हो। निगम के उत्थान एवं लक्ष्यापूर्ति के लिए औद्योगिक शांति जरूरी है। निगम के समक्ष कई चुनौतियां है, जहां उन्हें उत्पादन लक्ष्यों को प्राप्त करते हुए वेतन भुगतान एवं अन्य खर्चो पर ध्यान केंद्रित करना है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.