Move to Jagran APP

मंत्री सरयू राय की मोर्चाबंदी से भाजपा में बेचैनी

मंत्री सरयू राय ने मुख्य सचिव राजबाला वर्मा को भी सलाह दी है कि वे खुद पद से हट जाएं।

By Sachin MishraEdited By: Published: Mon, 08 Jan 2018 01:17 PM (IST)Updated: Mon, 08 Jan 2018 04:34 PM (IST)
मंत्री सरयू राय की मोर्चाबंदी से भाजपा में बेचैनी
मंत्री सरयू राय की मोर्चाबंदी से भाजपा में बेचैनी

रांची, राज्य ब्यूरो। विधानसभा का बजट सत्र 17 जनवरी से आरंभ होगा। इस दौरान मुख्य सचिव राजबाला वर्मा को हटाने की मांग को लेकर विपक्ष सरकार पर दबाव बना सकता है। भीतरखाने इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है। झारखंड मुक्ति मोर्चा नेतृत्व ने भी स्पष्ट कर दिया है कि चारा घोटाले में नोटिस इश्यू किए जाने के बाद राज्य सरकार मुख्य सचिव राजबाला वर्मा को पद से हटाए। ऐसा नहीं होने पर बजट सत्र की कार्यवाही बाधित की जाएगी।

loksabha election banner

झामुमो के मुख्य सचेतक कुणाल षाडंगी के मुताबिक फैसला सरकार को लेना चाहिए। मुख्य सचिव को हटाने का निर्णय नहीं हुआ तो झामुमो सदन की कार्यवाही नहीं चलने देगा। इससे पूर्व विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान भी झामुमो ने कार्यवाही बाधित की थी। बजट सत्र में मुख्य सचिव को सरकार का नोटिस उसके लिए ताजा मुद्दा होगा। झामुमो पहले स्थानीय नीति और भूमि अधिग्रहण बिल के बहाने सरकार पर निशाना साधती रही है।

मंत्री सरयू राय की मोर्चाबंदी से भाजपा में बेचैनी

विपक्षी खेमे को मंत्री सरयू राय के तल्ख तेवर से भी बल मिलेगा। इसे लेकर भाजपा में भारी बेचैनी है। हर मुद्दे पर आगे बढ़कर बयानबाजी करने वाले प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता भी इस पर चुप हैं। दरअसल, सरयू राय ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को पत्र लिखकर चारा घोटाले में मुख्य सचिव राजबाला वर्मा को सीबीआइ की रिमाइंडर की ओर ध्यान दिलाया था। उसी आधार पर कार्मिक विभाग ने मुख्य सचिव को स्पष्टीकरण देने के लिए नोटिस थमाई। मुख्य सचिव को 15 दिन का वक्त दिया गया है। मंत्री सरयू राय ने मुख्य सचिव को भी सलाह दी है कि वे खुद पद से हट जाएं। उन्होंने पश्चिम सिंहभूम जिले में बनी एक सड़क के निर्माण में अनियमितता मामले में भी मुख्य सचिव को घेरा है। मंत्री के इस रुख से भाजपा विधानसभा के भीतर असहज महसूस करेगी। ऐसे में विपक्ष से जूझना बड़ी चुनौती होगी।

सत्र के पहले बनेगी रणनीति

विधानसभा के बजट सत्र के पहले पक्ष-विपक्ष दोनों रणनीति बनाएंगे। सरकार की कोशिश होगी कि विपक्ष के रवैये पर घेराबंदी करें। शीतकालीन सत्र में इसकी झलक दिख चुकी है जब पाकुड़ में चुंबन प्रतियोगिता के बहाने झामुमो पर भाजपा ने निशाना साधा था। उधर, विपक्ष की कवायद तमाम भाजपा विरोधी दलों को एकजुट करने की होगी। झामुमो इस धड़े की अगुवाई करेगा। सत्र के पूर्व नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन तमाम विपक्षी दलों के नेताओं से विमर्श करेंगे। 

यह भी पढ़ेंः चारा घोटाले में झारखंड की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा को नोटिस


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.