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तीन माह से बंद हैं स्टेडियम, फिटनेस हो रही गड़बड़

लॉकडॉउन के कारण पिछले तीन माह से अभ्यास से दूर प्रदेश के राष्ट्रीय खिलाड़ी परेशान हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Jun 2020 11:43 PM (IST)Updated: Wed, 03 Jun 2020 11:43 PM (IST)
तीन माह से बंद हैं स्टेडियम, फिटनेस हो रही गड़बड़
तीन माह से बंद हैं स्टेडियम, फिटनेस हो रही गड़बड़

संजीव रंजन, रांची

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लॉकडॉउन के कारण पिछले तीन माह से अभ्यास से दूर प्रदेश के राष्ट्रीय खिलाड़ी जब अभ्यास शुरू करेंगे तब अपनी पुरानी लय पाने में चार से पांच माह का समय लगेगा। तीन माह का लॉकडॉउन इन खिलाड़ियों को पांच से छह माह तक पीछे ले गया है। इस कारण ये चाहते हैं कि अन्य राज्यों की तरह यहां के स्टेडियम भी जल्द खुले ताकि वे अपना अभ्यास शुरू कर सकें। अभ्यास से लंबे समय तक दूर रहने के कारण खिलाड़ियों के स्पीड, स्किल व इंडोरेंस में कमी आ जाती है जिसे फिर से हासिल करने में अधिक समय लग जाता है। खिलाड़ियों का कहना है शारीरिक दूरी का पालन सख्ती से करते हुए सरकार दूसरे राज्यों की तरह जल्द ही स्टेडियम खोलने का निर्णय ले।

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प्रदर्शन हो रहा प्रभावी

लंबी कूद की नेशनल चैंपियन प्रियंका केरकेंट्टा कहती हैं कि अभ्यास कम होने से प्रदर्शन प्रभावी हो रहा है। घर में हल्का फुल्का अभ्यास काफी नहीं है। ग्राउंड में अपने कोच के सामने जब आप अभ्यास करते हैं तब आप बहुत कुछ सीखते हैं। अभ्यास कम होने से मांसपेशियां भी कमजोर होती हैं।

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खल रही अभ्यास की कमी

वहीं राष्ट्रीय एथलीट सपना कुमारी को अभ्यास की कमी काफी खल रही है। अभी वह वेस्ट बोकारो के एक ग्राउंड में थोड़ा बहुत अभ्यास कर रही हैं। सपना ने बताया कि सुबह पांच बजे जाकर वह एक घंटा अभ्यास करती हैं ताकि थोड़ी बहुत लय बना कर रख सके। अभ्यास नहीं होने के कारण शरीर में भी काफी दर्द होता है। सपना कहती हैं कि धावकों के लिए ट्रैक पर दौड़ना जरूरी है नहीं तो चोटिल होने का डर रहता है। राज्य सरकार सुरक्षा को देखते हुए जल्द ही कोई निर्णय ले ताकि हमलोग स्टेडियम में अभ्यास कर सके।

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घर से अभ्यास करने पर नहीं मिलता लाभ

साई के एथलेटिक कोच विनोद कुमार का मानना है कि घर में अभ्यास करने से खिलाड़ी को वह लाभ नहीं मिलने वाला जो ग्राउंड में मिलता है। अपनी पुरानी क्षमता को हासिल करने में चार से पांच माह का समय लगता है। हालांकि वह कहते हैं कि सरकार ने सुरक्षा के मद्देनजर ही स्टेडियम बंद रखने का निर्णय लिया है। लेकिन दूसरे राज्यों की तरह यहां भी स्टेडियम कुछ सख्त नियम के साथ खोले जा सकते हैं।

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खेल व व्यायाम से बढ़ाई जा सकती है इम्युनिटी

वहीं फिटनेस व स्वास्थ्य के प्रति ध्यान देने वाले अपर बाजार के व्यवसायी ललित कुमार अग्रवाल ने बताया कि कोरोना को हराने के लिए इम्युनिटी बढ़ाने की बात की जा रही है। खेल व व्यायाम से इम्युनिटी बढ़ाई जा सकती है। ऐसे में राज्य सरकार अन्य राज्यों की तरह यहां भी कुछ नियम बनाकर स्टेडियम खोले ताकि यहां अभ्यास शुरू किया जा सके। उन्होंने कहा कि कई लोग स्टेडियम में जाकर अभ्यास करते हैं उनके लिए भी गाइडलाइन बनाकर छूट दी जानी चाहिए।

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बढ़ रहा वजन

कारोबारी शैलेंद्र जायसवाल बताते हैं कि लॉकडाउन से पहले लगातार बैडमिंटन खेलने होटवार जाता था, काफी फिट महसूस करता था। लेकिन पिछले दो महीनों से स्टेडियम में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है। घर में बैठे वजन बढ़ रहा है। अभी जब इम्युनिटी बढ़ाने की बात हो रही है तो सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। स्टेडियम शीघ्र खोला जाए ताकि लोग वहां अभ्यास कर अपनी सेहत दुरुस्त कर सकें।

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आउटडोर गेम्स की अनुमति दे सरकार : मुंडा

केंद्रीय आदिवासी-कल्याण मंत्री व राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने ट्वीट कर आपदा प्रबंधन एक्ट के दिशा निर्देशों के अनुसार झारखंड सरकार को भी आउटडोर गेम्स की अनुमति देने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि खेल युवाओं के लिए बहुत आवश्यक है। जो खेल शारीरिक दूरी के साथ शुरू हो सके उसे शुरू करने के लिए जल्द आदेश निर्गत करना चाहिए।


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