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नेता प्रतिपक्ष पर विधानसभा अध्‍यक्ष बोले, बाबूलाल को छोड़ भाजपा दूसरा नाम दे तो विचार होगा

Jharkhand Opposition Leader भाजपा ने फिर नेता प्रतिपक्ष का मामला उठाया है। विरोधी दल के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने स्पीकर को इस संबंध में पत्र भी सौंपा है। रबींद्रनाथ महतो ने कहा कि उनकी भी इच्छा है कि इसपर जल्द निर्णय हो।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Wed, 24 Feb 2021 08:18 PM (IST)Updated: Wed, 24 Feb 2021 08:21 PM (IST)
नेता प्रतिपक्ष पर विधानसभा अध्‍यक्ष बोले, बाबूलाल को छोड़ भाजपा दूसरा नाम दे तो विचार होगा
Rabindra Nath Mahato झारखंड विधानसभा के अध्‍यक्ष रबींद्रनाथ महतो। जागरण

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Opposition Leader झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने कहा है कि भाजपा अगर नेता प्रतिपक्ष के लिए दूसरा नाम दे तो विचार किया जा सकता है। विधानसभा परिसर में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी को मान्यता देने का मामला न्यायाधिकरण में चल रहा है। इस बाबत आवश्यक प्रक्रिया की जा रही है। अगर भाजपा की ओर से दूसरे नाम की अनुशंसा की जाती है तो विचार किया जाएगा।

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उन्होंने कहा कि इसपर ज्यादा बोलना ठीक नहीं होगा। संविधान के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष का फैसला विधानसभा अध्यक्ष ही करते हैं। विधानसभा सचिवालय की ओर से नोटिस भी जारी की गई थी, लेकिन संबंधित पक्ष उच्च न्यायालय और सुप्रीम कोर्ट गए। उनकी भी इच्छा है कि इसपर जल्द निर्णय हो। उधर, भाजपा ने बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष के रूप में मान्यता देने का मामला एक बार फिर विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो के समक्ष उठाया है। बुधवार को विरोधी दल के मुख्य सचेतक एवं बोकारो के विधायक बिरंची नारायण ने स्पीकर को इस संदर्भ में पत्र भी सौंपा।

बिरंची नारायण ने कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम द्वारा स्पीकर को विधानसभा सदस्य प्रदीप यादव और बंधु तिर्की के संदर्भ में सौंपे गए पत्र के आधार पर अपनी दलील पेश करते हुए बाबूलाल मरांडी को विधानसभा के बजट सत्र में नेता प्रतिपक्ष का दर्जा देने का अनुरोध किया। उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा राज्यसभा चुनाव के दौरान दिए गए निर्देश का भी हवाला दिया।

कहा कि कांग्रेस विधायक दल के नेता और संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने गत 17 फरवरी को विधानसभा अध्यक्ष को झारखंड विकास मोर्चा के टिकट पर निर्वाचित प्रदीप यादव और बंधु तिर्की को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में विलय की सहमति प्रदान करने के लिए पत्र प्रेषित किया था। पत्र में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि झाविमो राजनीतिक दल और विधायक दल का कांग्रेस में विलय वैध है तथा यह संवैधानिक प्रावधानों के अनुकूल है। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी के मामले में भी न्याय होना चाहिए। यह भी कहा कि उनके मत से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश राज्यसभा के सदस्य निर्वाचित हुए।


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