आपके माल-असबाब पर उचक्कों की टेढ़ी नजर; रांची के इन इलाकों में सक्रिय हैं झपटमार
राजधानी रांची में दो माह के भीतर करीब डेढ़ दर्जन से अधिक मोबाइल के झपटमार अलग-अलग इलाके में पकड़े जा चुके हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। राजधानी में मोबाइल, पर्स, रुपये आदि झपटने के मामले में केवल एक गैंग नहीं, बल्कि दर्जनभर गैंग सक्रिय हैं। एक गिरोह को पुलिस जेल भेजती नहीं है कि दूसरा गिरोह सक्रिय हो जाता है। पिछले दो माह के भीतर करीब डेढ़ दर्जन से अधिक मोबाइल के झपटमार पकड़े जा चुके हैं। दो दिन पूर्व भी लालपुर पुलिस ने पुलिस ने किशोरगंज निवासी रवि कुमार को झपटे गए मोबाइल के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
अब नया मामला सामने आया और नया चेहरा जेल गया। अन्य झपटमारों की तलाश जारी है। कांके व गोंदा में दो मोबाइल झपटे थे इम्तियाज ने मोरहाबादी में मोबाइल झपटकर भागने के क्रम में शुक्रवार शाम गिरफ्तार इम्तियाज अंसारी (20) ने पुलिस की पूछताछ में कई राज उगला है। वह पिठोरिया के हुजीर स्थित चारी बरटोली का रहने वाला है।
उसने जेल जाने से पूर्व लालपुर पुलिस के सामने स्वीकारा है कि उसने ही कांके थाना क्षेत्र में एक व गोंदा थाना क्षेत्र में राह चलते दो मोबाइल झपट लिए थे। चौथी घटना को मोरहाबादी में अंजाम ही दिया था कि पकड़ा गया। उसके पास से चारों मोबाइल बरामद कर लिए गए हैं।
आफताब अंसारी है मास्टरमाइंड : जेल जाने से पूर्व इम्तियाज ने स्वीकारा है कि उसका फरार साथी उसके ही गांव का आफताब अंसारी है, जो झपटमारी में उसका गुरु और मास्टरमाइंड है। अगर अफताब पकड़ाया तो झपटमारी के कई मामले खुल जाएंगे। गौरतलब है कि शुक्रवार की शाम करीब सात बजे मोरहाबादी मैदान में पुंदाग के सेल सिटी निवासी ओम वत्स का मोबाइल झपटकर इम्तियाज अपने साथी आफताब अंसारी के साथ भाग निकला। ओम वत्स पैदल थे। वह चिल्लाने लगे, इसी बीच मौके पर तैनात पीसीआर के पुलिसकर्मियों ने दोनों को पकड़ने की कोशिश की। आफताब मोटरसाइकिल लेकर तो फरार हो गया, लेकिन इम्तियाज पकड़ा गया।