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कोरोना जाच अभियान के नतीजे दे रहे झारखंड में हर्ड इम्युनिटी के संकेत

अब बहुत कम रह गए हैं सक्रिय मरीज अभियान में 0.2 फीसद ही मिले संक्रमित

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Dec 2020 01:13 AM (IST)Updated: Fri, 04 Dec 2020 01:13 AM (IST)
कोरोना जाच अभियान के नतीजे दे रहे झारखंड में हर्ड इम्युनिटी के संकेत
कोरोना जाच अभियान के नतीजे दे रहे झारखंड में हर्ड इम्युनिटी के संकेत

राज्य ब्यूरो, राची : पर्व-त्योहारों में कोरोना के संक्रमण बढ़ने का आकलन करने के लिए चलाए गए विशेष जाच अभियान के नतीजे झारखंड के लोगों में हर्ड इम्युनिटी विकसित होने के संकेत दे रहे हैं। राज्य में कोरोना के संक्रमण में लगातार हो रही कमी भी इसकी पुष्टि कर रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी मानते हैं कि झारखंड में कोरोना कमजोर पड़ चुका है। यह झारखंड में हर्ड इम्युनिटी विकसित होने का संकेत भी है।

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राज्य में रविवार को हुए कोरोना के विशेष जाच अभियान में कुल 1.06 लाख लोगों की जाच हुई, जिनमें 198 ही संक्रमित पाए गए, जबकि प्रतिदिन जाच में डेढ़ से तीन फीसद तक संक्रमण मिल रहा था। जाच में छह जिलों में तो एक भी व्यक्ति संक्रमित नहीं मिला। इनमें चतरा, गिरिडीह, खूंटी, कोडरमा, लोहरदगा तथा पाकुड़ शामिल हैं। वहीं, देवघर, धनबाद, दुमका, गढ़वा, गोड्डा, गुमला, हजारीबाग, लातेहार, पलामू, रामगढ़, साहिबगंज में दो, सरायकेला खरसावा, सिमडेगा तथा प. सिंहभूम में दस से भी कम संख्या में संक्रमित पाए गए। हालाकि स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी विशेष जाच अभियान के नतीजे के आधार पर हर्ड इम्युनिटी विकसित होने के अनुमान को जल्दबाजी मानते हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, झारखंड के अभियान निदेशक रविशकर शुक्ला के अनुसार, राज्य में हर्ड इम्युनिटी विकसित हो गया है, इसकी पुष्टि सिरो सर्वे में ही की जा सकती है। राज्य में हाल के दिनों में ऐसा सर्वे नहीं हुआ है।

वहीं, आइएमए, झारखंड के अध्यक्ष डा. एके सिंह इसे लेकर आश्वस्त हैं कि राज्य के लोगों में हर्ड इम्युनिटी विकसित हो गया है। उनके अनुसार, राज्य में कोरोना के कमजोर पड़ने के दो कारण हो सकते हैं। एक तो यहा के लोग संक्रमण को लेकर जागरुक हो गए हैं। दूसरा यहा हर्ड इम्युनिटी विकसित हो गया है। नई दिल्ली के एक प्रतिष्ठित अस्पताल में कार्यरत डा. पंकज रंजन का भी मानना है कि कोरोना के संक्रमण इतना कम होना हर्ड इम्युनिटी का संकेत माना जा सकता है। उनके अनुसार, संक्रमण का पिक खत्म हो चुका है, इसे ऐसे रूप में भी देखा जा सकता है।

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किस महीने झारखंड में कितना रहा संक्रमण

माह - केस बढ़े - स्वस्थ हुए - मृत्यु - जाच - संक्रमण दर

मार्च 01 00 00 - -

अप्रैल 110 21 02 - -

मई 525 235 03 55,137 0.95 फीसद

जून 1,854 1,628 10 76,191 2.43 फीसद

जुलाई 8,876 2,459 95 1,51,047 5.88 फीसद

अगस्त 30,403 22,837 313 6,27,818 4.84 फीसद

सितंबर 41,882 44,162 289 13,39,821 3.13 फीसद

अक्टूबर 18,110 24,233 172 11,12,039 1.63 फीसद

नवंबर 7,390 10,596 80 8,10,789 0.91 फीसद

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ऐसे समझिए हर्ड इम्युनिटी को :

हर्ड इम्युनिटी होने का मतलब है कि 70 से 90 फीसदी लोगों में वायरस से लड़ने की क्षमता विकसित हो गई हो। जैसे-जैसे इम्यून (रोग प्रतिरोधक क्षमता) वाले लोगों की संख्या बढ़ती जाती है, वैसे-वैसे वायरस का खतरा भी कम होता जाता है। इस वजह से वायरस के संक्रमण की चेन टूट जाती है। इससे वो लोग भी संक्रमण से बच सकते हैं जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। हर्ड इम्युनिटी दो तरह से संक्रमण को रोकता है। 80 फीसदी लोग अगर अच्छे प्रतिरोधक क्षमता वाले हैं तो 20 फीसदी लोगों तक वायरस नहीं पहुंच पाएगा। इसी तरह, यदि किन्हीं कारणों से इन 20 प्रतिशत लोगों को संक्रमण हो जाता है तो वह बाकी 80 प्रतिशत तक नहीं पहुंचेगा क्योंकि वे पहले से अच्छे प्रतिरोधक क्षमता वाले होते हैं।

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फैक्ट फाइल :

- राज्य में दस लाख लोगों पर 1,13,116 की कोरोना जाच हो चुकी है।

- यहा दस लाख लोगों की जाच में 2,929 कोरोना संक्रमित पाए गए।

- वर्तमान में राज्य में कोरोना संक्रमण वृद्धि की औसत दर महज 0.15 फीसद है जो राष्ट्रीय औसत 0.35 फीसद से काफी कम है।

- राज्य में कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर वर्तमान में 97.37 है जो राष्ट्रीय दर 94 फीसद से अधिक है।

- राज्य में कोरोना से होनेवाली मौत की दर महज 0.88 फीसद है, जबकि देश में यह दर 1.50 फीसद है।


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