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Self lockdown in Ranchi : सड़कें खाली, छिटपुट खुली दुकानें, महफूज हम अपनी घरों में हैैं...

राजधानी रांची में बढ़ते कोरोना के संक्रमण ने हंसते-मुस्कुराते शहर की खुशियां छीन ली हैं। हर तरफ सन्नाटा छाया हुआ है। सोमवार को शहर के अधिकांश इलाकों में दुकानों के शटर बंद रहे। अटर वेंडर मार्केट पूरी तरह बंद रहा।

By Sanjay Kumar SinhaEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 06:15 AM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 06:15 AM (IST)
Self lockdown in Ranchi : सड़कें खाली, छिटपुट खुली दुकानें, महफूज हम अपनी घरों में हैैं...
रांची के कांटा टोली चौक पर कम संख्या में वाहन चले।

रांची (जासं) : राजधानी रांची में बढ़ते कोरोना के संक्रमण ने हंसते-मुस्कुराते शहर की खुशियां छीन ली हैं। हर तरफ सन्नाटा छाया हुआ है। सोमवार को शहर के अधिकांश इलाकों में दुकानों के शटर बंद रहे। अटर वेंडर मार्केट पूरी तरह बंद रहा। मेन रोड में अधिकांश दुकानें बंद हो गईं। जहां दुकानों खुलीं थीं। वहां ग्राहक नहीं थे। हिरजी रोड, जेजे रोड में व्यापारियों में ने स्वत: अपनी दुकानें बंद की। मेन रोड व्यवसायी समिति मल्लाह टोली ङ्क्षवग ने निर्णय लिया है कि वे बुधवार से आगामी 25 अप्रैल तक दुकानें बंद रखेंगे। संगठन के अध्यक्ष सुरेश मल्होत्रा, उपाध्यक्ष किरीट ठक्कर, सचिव इम्तियाज अली ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्था को देखकर जनहित में यह निर्णय लिया गया है। सिख समाज के अधिकांश लोगों ने अपनी दुकानें बंद कर दी हैं। 

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सड़कें खाली, वाहनों की संख्या घटी : राजधानी रांची में सोमवार को सड़कें आम दिनों के मुकाबले बिल्कुल खाली-खाली नजर आईं। वाहनों की संख्या कम रहीं। यातायात पुलिस के अधिकारियों की माने तो वाहनों की संख्या में तकरीबन 90 फीसद की कमी होने का अनुमान है।  कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार और मौत के बढ़ते आंकड़ों ने आम लोगों से लेकर खास लोगों तक के कदम रोक दिए हैं। लोग अपने-अपने घरों में सिमट गए हैं। फोन पर एक दूसरे का हालचाल ले रहे हैं। जरूरी सामानों को मंगाने के लिए आनलाइन सेवाओं का इस्तेमाल हो रहा है। पूरे दिन जाम रहने वाले शहर के अधिकांश प्रमुख इलाकों में सन्नाटा पसरा रहा। कांटाटोली से भीड़ गायब दिखी। बच्चे और वृद्ध घरों में बंद हो गए हैं। विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से लगातार राज्य सरकार से संपूर्ण लाकडाउन की मांग की जा रही है। 

ठेले-खोमचे वालों की मुश्किलें बढ़ी : संक्रमण बढऩे के कारण व्यापारी वर्ग को सर्वाधिक नुकसान हो रहा है। इसके बावजूद समाज के लोग खुद आगे आकर अपने व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद कर रहे हैं। ठेले-खोमचे वालों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। सड़क पर खाने-पीने के सामना बेचने वाले दुकानों पर जाने से लोग बच रहे हैं। 

\कोरोना को काबू में करने के लिए 21 से 25 तक सेल्फ लाकडाउन की चैैंबर की अपील

राजधानी सहित पूरे राज्य में कोरोना का कहर जारी है। ऐसे में अब दुकान संघ खुद लाकडाउन का निर्णय ले रहे हैं। राजधानी में शास्त्री मार्केट, लालजी हिरजी मार्केट, अटल वेंडर मार्केट, मोरहाबादी दुकानदार संघ ने हालात सुधरने तक खुद प्रतिष्ठान का शटर बंद रखने का निर्णय लिया है। सोमवार को फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने प्रदेश के सभी सदस्यों, संबद्ध संस्थाओं व जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स से 21 अप्रैल से 25 अप्रैल तक सेल्फ लॉकडाउन लगाने की अपील की है। 

चैंबर ने अपील की है कि सभी व्यापारिक संगठन अपने स्तर से अपने सदस्यों को सेल्फ लॉकडाउन के लिए प्रेरित करें और अपने घरों में रहें ताकि प्रदेश में कोविड संक्रमण की बढ़ती चेन को कुछ हद तक नियंत्रित किया जा सके। इस दौरान आवश्यक सेवाएं बाधित नहीं हो, इसका ध्यान रखा जाये।

अभी इसकी ही सबसे अधिक जरूरत :  चैंबर अध्यक्ष प्रवीण जैन छाबड़ा ने कहा कि राज्य में संक्रमण की चेन को नियंत्रित करने के उद्देश्य से ही प्रदेश में सेल्फ लॉकडाउन की पहल की गई है। जब सबसे ज्यादा जरूरत है, तब यदि सरकार फैसला नहीं ले रही है, ऐसे में अब व्यापारी समाज को स्वत: फैसला लेने का वक्त है। उन्होंने प्रदेश के व्यापारियों से आग्रह किया कि वर्तमान परिवेश को देखते हुए आप स्व-अनुशासन का उदाहरण पेश करते हुए अपने प्रतिष्ठान में सेल्फ लॉकडाउन की पहल करें और जरूरत होने पर ही घर से बाहर निकलें। 

25 के बाद फिर होगी समीक्षा : चैंबर द्वारा 25 अप्रैल को पुन: स्थिति की समीक्षा कर, आगे की रणनीति पर निर्णय लिये जायेंगे। उन्होंने लोगों से यह भी अपील की सोसायटी स्तर पर लोग ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की उपलब्धता रखें ताकि आकस्मिक स्थिति में लोगों की जान बचाई जा सके। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन से सभी अस्पतालों में आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने की भी अपील की।

मेडिकल एसोसिएशन ने कहा, हमारे डॉक्टर स्थिति संभालने में सक्षम, रखें धैर्य : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रांची चैप्टर के अध्यक्ष डॉ शंभू प्रसाद ङ्क्षसह एवं सचिव डॉ सुधीर कुमार ने कहा कि स्थिति भयावह है। हमने झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स से राज्य में मजबूती से लॉकडाउन लगाने का सुझाव दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि महामारी से लोगों को बचाने के लिए हमारे डॉक्टर, नर्सिंग स्टॉफ दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। लोगों से भी उन्होंने अपील की कि आप ऑक्सीजन, दवाई की कमी को लेकर उहापोह की स्थिति ना बनायें, हमारे डॉक्टर वर्तमान स्थिति को संभालने में सक्षम हैं। आईएमए के सह सचिव डॉ अजीत कुमार ने कहा कि राज्य में संक्रमण की चेन को ब्रेक करने के लिए लाकडाउन अतिआवश्यक है। लाकडाउन की इस अवधि में स्वास्थ्य विभाग द्वारा सारी चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध करा ली जायें ताकि हमलोग लोगों के जानमाल की रक्षा कर स्थिति को पुन: सामान्य बना सकें।

आठ दिनों तक नहीं लगेगी दुकानें

मोरहाबादी दुकानदार संघ ने किया सेल्फ लाकडाउन : मोरहाबादी मैदान के चारों ओर स्थित करीब 400 ठेला, खोपचा, फूड वैन, गुमटी सहित तमाम दुकानदारों ने कोविड के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर स्वत: पहल कर सेल्फ लॉकडाउन का निर्णय लिया है। मोरहाबादी फुटपाथ दुकानदार संघ के अध्यक्ष जनसेवक कुमार रौशन ने कहा कि अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए कोरोना की चेन तोडऩे हेतु सेल्फ लॉक डाउन का निर्णय लिया है। मंगलवार से आठ दिनों तक मोरहाबादी मैदान की सभी दुकानें बंद रहेगी। 

पदयात्रा निकालकर राष्ट्र निर्माण सेना ने की 21 दिनों के लाकडाउन की मांग

राष्ट्र निर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को अध्यक्ष अमृतेश पाठक के नेतृत्व में कोरोना महामारी से बचने के लिए संपूर्ण लाकडाउन की मांग के समर्थन में पदयात्रा की। पाठक ने कहा कि रांची जैसे गंभीर संक्रमण वाले जिले में कम से कम 21 दिनों का संपूर्ण लाकडाउन लगाने की जरूरत है। उन्होंने सरकारी व्यवस्था को कटघरे में खड़ा किया। कहा कि पूरी व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। ऐसे में लाकडाउन लगाया जाए। 

राजद जिला अध्यक्ष ने की लाकडाउन लगाने की मांग

राष्ट्रीय जनता दल ने राज्य सरकार से लाकडाउन लगाने की मांग की। कहा कि कोरोना के रफ्तार को रोकना आवश्यक है। ऐसे में लॉकडाउन ही एकमात्र उपाय बचा है। रांची जिला अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार अंसारी ने कहा कि जिस तरह कोरोना संक्रमण फैल रहा है लाकडाउन ही विकल्प है। 

स्वत: लॉकडाउन की घोषणा स्वागत योग्य: डॉ प्रणव कुमार बब्बू

सोमवार को राजधानी के बुद्धिजीवियों के प्रमुख संगठन रांची रिवॉल्ट- जन मंच की ऑनलाइन बैठक हुई। बुद्धिजीवियों ने कहा कि वर्तमान समय में सभी स्वयं को 15 दिनों के लिए सेल्फ क्वारंटाइन में रखें और घर से ही सभी अपने-अपने परिचित लोगों को सरकारी नियम निर्देशों के पालन के लिए जागरूक करें। प्रमोद श्रीवास्तव ने अपार्टमेंट में रहने वालों से क्म्यूनिटी हॉल में कुछ ऑक्सीजन सिलेंडर और चार-पांच बेड की व्यवस्था करने की अपील की। डा. प्रणव कुमार बब्बू ने कहा कि स्वत: लाकडाउन की घोषणा स्वागतयोग्य है। बैठक में स्वामी दयानंद महाराज, विजय कुमार दत्त ङ्क्षपटू, सूरज कुमार सिन्हा, प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, डॉ. अनल सिन्हा, राकेश रंजन बबलू, जयशंकर जयपुरियार, कुंदन लाल, ज्योति प्रकाश, बक्शी कुमार प्रसाद, संजय अंबष्ठ, जयशंकर पांडेय,  कुमार अनुपम, सुनील टोप्पो, आलोक गुप्ता, प्रो. आभा रंजन, प्रो. राज श्रीवास्तव आदि शामिल थे। 


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