शिबू व हेमंत सोरेन निकाय चुनाव में नहीं करेंगे प्रचार, दूसरी पंक्ति के नेताओं को सौंपी कमान
शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन नगर निकाय चुनाव में प्रचार नहीं करेंगे। इसकी बागडोर दूसरी कतार के नेताओं के पास रहेगी।
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने नगर निकाय चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। फोकस उन सीटों पर है, जो प्रयास कर अपनी झोली में डाले जा सकते हैं। पार्टी ने इसी आधार पर प्रत्याशियों को टिकट बांटे हैं। इन्हें बैकअप करने के लिए पार्टी के वरीय नेताओं समेत सांसदों और विधायकों को लगाया गया है। पार्टी का शीर्ष नेतृत्व चुनाव प्रचार की बजाय खुद को रणनीति बनाने तक सीमित रखेगा।
शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन नगर निकाय चुनाव में प्रचार नहीं करेंगे। इसकी बागडोर दूसरी कतार के नेताओं के पास रहेगी। चुनाव के बाद इन नेताओं से जवाब तलब भी होगा। उन नेताओं की पूछ बनेगी, जो अपने क्षेत्र विशेष में धमक कायम करने में कामयाब होंगे। पार्टी महासचिव विनोद पांडेय के मुताबिक नगर निकाय चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा को बड़ी सफलता की उम्मीद है।
पार्टी ने उन तमाम स्थानों पर खुद को केंद्रित रखा है जहां जीत की बेहतर उम्मीद है। हालांकि पार्टी के प्रत्याशी चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा चुनाव प्रचार में शीर्ष नेतृत्व का साथ मिले लेकिन रणनीति डोर टू डोर संपर्क की है। चुनाव अभियान के दौरान इसपर ज्यादा जोर दिया गया है। प्रत्याशियों को ताकीद की गई है कि वे ज्यादा से ज्यादा जनसंपर्क कर लोगों को अपने पक्ष में करें। राज्य सरकार के कामकाज की असलियत भी आमलोगों का बताएं।
निर्दलियों को भी समर्थन
झारखंड मुक्ति मोर्चा की नजर वैसी सीटों पर भी है जहां आमने-सामने की टक्कर हो रही है। पार्टी ने इसी रणनीति के तहत दुमका नगर परिषद चुनाव में एक निर्दलीय प्रत्याशी श्वेता झा को अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया है। इसी प्रकार सरायकेला नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए निर्दलीय अरूणिमा सिंहदेव को पार्टी समर्थन करेगी। झामुमो की सेंट्रल कमेटी ने दोनों जिला कमेटियों को निर्देश जारी किया है कि प्रत्याशियों के पक्ष में काम करें। पार्टी की ओर से सर्वसम्मति से निर्दलियों को समर्थन देने का लिया गया है।