फर्जी आइडी बनाकर रेलवे टिकट की कर रहे थे बिक्री, दो धराए
कोरोना के बाद ट्रेनों का परिचालन जैसे-जैसे सामान्य हो रहा है। वैसे वैसे रेल टिकट की कालाबाजारी बढ़ रही है।
जागरण संवाददाता, रांची : कोरोना के बाद ट्रेनों का परिचालन जैसे-जैसे सामान्य हो रहा है। वैसे-वैसे टिकट दलालों की भी सक्रियता बढ़ती जा रही है। इनकी सक्रियता पर लगाम कसने के लिए एक बार फिर आरपीएफ की टीम ने टिकट दलाल को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इन दलालों ने फेक आइडी तैयार कर रेलवे का टिकट काट रहे थे। दलालों ने तीन-तीन फेक आइडी तैयार की थी। यही नहीं प्रत्येक टिकट 100 रुपये से 200 रुपये तक का कमीशन लिया जा रहा था। आरपीएफ पोस्ट, बानो ने दो अलग-अलग मामलों में दो टिकट दलालों को गिरफ्तार किया है। पहले मामले में मनीष कुमार, पिता बसंत प्रसाद की दुकान पर छापामारी कर कई टिकट को कब्जे में लिया। हिमझिम टोली, जिला सिमडेगा स्थित मनीष कुमार की दुकान से रेलवे ई-टिकटिग के अवैध कारोबार के लिए, जहां एक रेलवे ई-टिकट 503.68 रुपये और 11 पुराने टिकट 29360.64 सहित कुल 29884.32 रुपये का टिकट जब्त किया गया। साथ मे एक लैपटॉप और एक मोबाइल फोन के साथ टिकट जब्त किया गया। एक अन्य छापेमारी कर रेलवे ई-टिकटिग का अवैध धंधा करने के आरोप में केरसाई सिमडेगा के चंदन कुमार, पिता अंतु प्रसाद की ऑनलाइन सेवा दुकान पर छापेमारी कर 15 पुराने रेलवे ई-टिकट बरामद किये गए। मौके पर 22333 रुपये और एक लैपटॉप, एक प्रिटर और एक मोबाइल फोन जब्त किया गया। दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के बाद यू/एस 179(2) के तहत एक दंडनीय अपराध करने के लिए यू/एस 143 रेलवे अधिनियम को गिरफ्तार किया गया। जिन्हें आरपीएफ पोस्ट बानो में लाया गया, जहां पर मामला संख्या यू/एस 143 रेलवे के तहत दर्ज किया गया।