लालू के मोबाइल पर बातचीत प्रकरण में नपेंगे सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी और अधिकारी
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद से मोबाइल पर बात करने के प्रकरण में कार्रवाई हो सकती है।
जागरण संवाददाता, रांची : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव के मोबाइल पर बातचीत प्रकरण में पुलिसकर्मी और अधिकारी नपेंगे। जिन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगी थी प्रारंभिक जांच में उनकी लापरवाही सामने आई है। हालांकि पूरी जांच रिपोर्ट अभी नहीं सौंपी गई है। रांची पुलिस की जांच फिलहाल जारी है। उधर, जेल प्रशासन ने अपनी जांच रिपोर्ट रांची के उपायुक्त छवि रंजन को सौंप दी थी जिसमें रांची पुलिस के जवान और तैनात सुरक्षा अधिकारी को घेरे में लिया था। रिपोर्ट में बताया गया है कि सुरक्षा में तैनात जवानों की लापरवाही से ही मोबाइल लालू तक पहुंचा। लालू ने संभवत: मोबाइल से बात की हो। हालांकि जांच रिपोर्ट में मोबाइल पर बातचीत करने की बात स्पष्ट तौर पर नहीं कही गई है। संभावना व्यक्त करते हुए मोबाइल पर बातचीत का संकेत दिया गया है। जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि केली बंगले में लालू की सुरक्षा में तैनात रांची पुलिस के जवानों की ठीक ढंग से तलाशी नहीं ली जाने की वजह से उनके सेवादारों या अन्य लोगों के माध्यम से लालू तक मोबाइल संभवत: पहुंचा जिससे लालू ने अन्यत्र बात की हो। रिपोर्ट के बाबत रांची के डीसी लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की अनुशंसा कर चुके हैं।
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ऑडियो की फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आनी बाकी :
मामले में बरियातू थाने में बीते 27 नवंबर 2020 को बरियातू थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। शिकायत आवेदन मिलने के बाद संबंधित ऑडियो की फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था। इसकी रिपोर्ट आनी बाकी है। लालू प्रसाद के खिलाफ आवेदन पुंदाग के रहने वाले भाजपा नेता अनुरंजन अशोक ने दिया था। जिसमें आरोप लगाया है कि भाजपा के पीरपैंती विधायक ललन पासवान से लालू की जेल से फोन पर बातचीत हुई थी। बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव में पार्टी के विरुद्ध जाकर विपक्ष को सहयोग करने के लिए चुनाव के क्रम में अनुपस्थित रहने के लिए प्रलोभन देने का आरोप लगा था। अनुरंजन अशोक द्वारा दिए गए आवेदन में यह भी कहा गया है कि लालू प्रसाद यादव ने भरपूर सहयोग करने का अनुरोध किया था। अनुपस्थित रहने के लिए कोरोना संक्रमित होने का बहाना बनाने का सुझाव भी दिया था। इसके बदले लालू प्रसाद यादव ने मंत्री पद देने का लालच दिया था। सारी बात रिकॉर्डेड रहने के बाद का एक ऑडियो क्लिप भी पेन ड्राइव में दिया गया था।