हेसो जंगल में बारूदी सुरंग बना रहे थे माओवादी, पुलिस के पहुंचने से पहले भागे Ranchi News
रांची के हेसो जंगल में पांच लाख का इनामी बोयदा व श्याम का दस्ता ठहरा था। डॉग स्क्वायड और बीडीएस की टीम के सर्च ऑपरेशन के बाद वो हथियार छोड़ फरार हो गए।
रांची/नामकुम, जासं। रांची के नामकुम की लाली पंचायत स्थित हेसो जंगल के टुटीहारा में माओवादी बारूदी सुरंग बना रहे थे। इस सूचना पर पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया। पुलिस के पहुंचने से पहले ही माओवादी टिफिन बम, विस्फोटक सहित अन्य हथियार छोड़ भाग निकले।
जानकारी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी कि हेसो जंगल में पांच लाख की इनामी माओवादी सब जोनल कमांडर बोयदा पहान और संतोष महतो का दस्ता ठहरा हुआ है। इसी सूचना पर रांची पुलिस और झारखंड जगुआर के जवानों ने टीम बनाकर सर्च ऑपरेशन किया। जंगल में एक जगह पर कट्टा, 10 डेटोनेटर, पांच विस्फोटक जेल, एके 47 की एक गोली, एसएलआर रायफल की दो गोलियां और प्वाइंट 315 बोर की चार गोलियां बरामद की गई। सभी को पुलिस ने जब्त कर लिया। पुलिस की टीम बम डिफ्यूजन स्क्वायड और डॉग स्क्वायड की टीम के साथ पहुंची थी। डॉग स्क्वायड की टीम के साथ पूरे इलाके में सर्च किया गया। लेकिन माओवादियों का कोई सुराग नहीं मिला। बताते चलें कि विधानसभा चुनाव को लेकर नक्सलियों की सक्रियता बढऩे से पुलिस हाई अलर्ट पर है।
जवानों को लेकर जा रहा वाहन दुर्घटनाग्रस्त
माओवादियों के छुपे होने की सूचना पर झारखंड जगुआर के बम डिफ्यूजन स्क्वायड की टीम निकली थी। इस दौरान उनका वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वाहन सड़क से नीचे खेत में उतर गया, लेकिन उसमें बैठे जवान बाल-बाल बच गए। बाद में दूसरी वाहन मंगवाकर जवानों को ले जाया गया।
इसी दस्ते से मुठभेड़ में शहीद हुए थे दो पुलिसकर्मी
बोयदा पहान के दस्ते से ही मुठभेड़ में बीते चार अक्टूबर को दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। शहीद जवानों में रांची के सोनाहातू थाना क्षेत्र के राहे चैनपुर निवासी खंजन कुमार महतो (आरक्षी 1117) पिता अनंत प्रसाद महतो और पलामू जिले के लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के कुंद्री गांव निवासी अखिलेश राम (आरक्षी 568) पिता बिफन राम शामिल थे।
उस समय बोयदा पहान का दस्ता लेवी के लिए रायसा मोड़ से दशम तक की निर्माणाधीन सड़क निर्माण की साइट पर आगजनी के लिए जुटा था। इसकी सूचना पर झारखंड जगुआर व जिला बल के जवान पहुंचे थे, तभी उनपर माओवादियों ने हमला कर दिया था।